पृथ्वीमंडल के जलीय भाग में तरह-तरह की मछलियां देखने को मिलती हैं। प्रत्येक जीव की तरह मछलियां भी अपने वंश को बढ़ाती हैं। अपने शिशुओं के प्रति इनमें बाकायदा प्रेम होता है।
अब एंगलर मछली को ही देख लो। अंडे से शिशु बाहर आने के उपरंत सुरक्षा व पालन-पोषण की जवाबदारी माता यानी मादा एंगलर निभाती है। असुरक्षा की स्थिति में यह मछली अपने शिशुओं को मुख के अंदर छुपाकर रखती है।
यही काम कुछ कैट नामक मछली भी करती है। बाहरी आक्रमण या अन्य जीवों के हमले के समय बच्चों को मुख के अंदर रखती है।
समुद्री घोड़ा (मछली) का नाम तो आपने सुना ही होगा, कहते हैं इस मछली में नर अण्डों की सुरक्षा की जवाबदारी निभाता है। जब मादा अण्डे देती है तो उन अण्डों को नर समुद्री घोड़े के पेट में स्थित थैली में रख देती है। समय पूरा होते ही नर यह थैलीनुमा रचना को खोलकर छोटे-छोटे बच्चों को पानी में छोड़ देता है।
सुनीलकुमार ‘सजल- विनायक फीचर्स