भोपाल | मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी फार्मेसी कॉलेज की महिला प्रिंसिपल को सोमवार को एक पूर्व छात्र ने मार्कशीट जारी करने में देरी को लेकर आग लगा दी। वह 80 फीसदी झुलस गईं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर है। पीड़िता की पहचान 50 वर्षीय विमुक्ता शर्मा के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, घटना सिमरोल इलाके में बीएम फार्मेसी कॉलेज परिसर में शाम को उस समय हुई, जब वह अपने घर जाने के लिए अपनी कार में सवार होने वाली थीं।
उसी समय कॉलेज के एक पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (22) उनके पास आया और उसकी मार्कशीट जारी करने में देरी को लेकर थोड़ी बहस के बाद उन पर पेट्रोल डाला और सिगरेट लाइटर से आग लगा दी।
इंदौर के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बी.एस. विर्दे ने कहा कि श्रीवास्तव ने संबंधित निजी कॉलेज से 2022 में बी.फार्मा पाठ्यक्रम का सातवां और आठवां सेमेस्टर पास किया था, लेकिन अभी तक उसे मार्कशीट जारी नहीं की गई थी।
इसी बात को लेकर चार महीने पहले भी उसने कॉलेज के फैकल्टी मेंबर विजय पटेल पर चाकू से हमला किया था, जिसके बाद उसे आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था। वह कुछ हफ्ते पहले ही जमानत पर छूटा था।
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसे राज्य सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) से संबद्ध कॉलेज से मार्कशीट क्यों नहीं मिल रही है।