Monday, April 29, 2024

निकाय चुनाव का प्रचार करने में कोई गुरेज नहीं, जनता के हित के लिए कर रहे है ऐसा : योगी

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

संतकबीर नगर/आजमगढ़/मऊ/बलिया, – उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिये प्रचार की शुरूआत करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संतकबीर नगर, आजमगढ़, मऊ और बलिया में जनसभा कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की और कहा कि जनता के हित के लिये जरूरी निकाय चुनाव का प्रचार करने में उन्हे कोई गुरेज नहीं है।

संतकबीर नगर में उन्होने कहा कि मध्य काल के महान संत कबीर के आगमन के पूर्व मगहर के बारे में माना जाता था कि यह ऊसर भूमि है। मगहर में मृत्यु का मतलब सीधे नरक की बात होती थी, लेकिन संत कबीर ने उस धारणा को बदला। मगहर में उनकी महापरिनिर्वाण स्थली है। डबल इंजन सरकार ने संत कबीर अकादमी बनाकर उनके मूल्यों, आदर्शों व समाज में समता-समरसता के मूल्यों की स्थापना व शोध को बढ़ावा देने को प्रोत्साहित किया है। जो मगहर मध्यकाल में नरक का प्रतीक माना जाता था। डबल इंजन की सरकार में वह स्वर्ग सा प्रतीत हो रहा है। छह वर्ष में प्रदेश में हुए परिवर्तन इन बातों की तरफ ध्यान आकर्षित करते हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि संतकबीर नगर से बहने वाली आमी छह साल पहले तक प्रदूषित थी। पालतू पशु उसके जल को ग्रहण कर ले तो मर जाता था। आज मगहर में आमी नदी स्वच्छ, निर्मल, अविरल है। आपके बगल में मुंडेरवा चीनी मिल बंद हो गई थी। पिछली सरकारों ने किसानों पर गोली चलवाई। हमारी सरकार ने न सिर्फ चीनी मिल स्वीकृत की, बल्कि वहां की मिल पेराई भी कर रही है। यहां के किसानों के लिए यह सम्मान का माध्यम बना। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लिंक एक्सप्रेसवे संतकबीर नगर होते हुए गोरखपुर जा रहा है। यहां औद्योगिक गलियारा बनेगा, उद्योग लगेगा तो नौजवानों को रोजगार मिलेगा।

श्री योगी ने कहा “लोगों को लगेगा कि नगर निकाय चुनाव में सीएम स्वयं प्रचार करने आ रहे हैं। हां, मैं आ रहा हूं क्योंकि दिल्ली व लखनऊ से जो पैसे भेज जाएंगे। उसका सही इस्तेमाल जनता के हित में हो। ”

आजमगढ़ में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के अंदर आजगमढ़ को कभी उसके ओज और तेज के जाना जाता था। मगर 2017 के पहले जिनके पास सत्ता की बागडोर थी, उन लोगों ने इसका केवल दोहन करने का काम किया। हमारे युवाओं के हाथों में कलम के स्थान पर कुछ लोगों ने कट्टा देने का काम किया। आज समय बदल चुका है और हम युवाओं को कट्टे से कलम की ओर ले जा रहे हैं। हम अपने युवाओं को तमंचे नहीं, टैबलेट दे रहे हैं। उन्हें तकनीकी से जोड़कर स्किल्ड बना रहे हैं।

श्री योगी ने कहा कि 2017 से पहले आजमगढ़ पहचान के लिए मोहताज था। यहां के लोगों को दूसरे शहरों में होटल और धर्मशालाओं में कमरे तक नहीं मिलते थे। जिन लोगों ने ये संकट पैदा किया था, आज उससे मुक्त करके आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस से जोड़ा जा चुका है। यहां एयरपोर्ट बन रहा है और अब कट्टा नहीं कलम के लिए महाराज सुहेलदेव के नाम पर विश्व विद्यालय भी शुरू हो चुका है, शीघ्र ही उसका प्रशासनिक भवन बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार आजमगढ़ से एक कलाकार सांसद बना। परिणाम ये रहा कि यहां हरिहरपुर संगीत महाविद्यालय बनाया गया। सूडान से यूपी के 431 लोग अबतक वापस लाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आजमगढ़ से हर शहर की बेहतरीन कनेक्टिविटी हो गयी है। पांच साल पहले कोई आया हो वो आज आएगा तो आजमगढ़ को पहचान भी नहीं पाएगा। पूर्व सीएम पांच साल पहले चुनाव प्रचार करने आए थे, आज वो भी सड़क मार्ग से आएंगे तो पहचान नहीं पाएंगे।

मऊ में उन्होने कहा “ याद कीजिए, जो लोग पर्व और त्योहारों में मऊ की कानून व्यवस्था को व्हीलचेयर पर लाने का काम करते थे, आज वो स्वयं व्हीलचेयर में पड़े हुए हैं और सांस लेने के लिए तरस रहे हैं। ये वही जनपद है जहां रामलीला का आयोजन नहीं हो पाता था। यह वही जनपद है, जहां बारी-बारी से सपा और बसपा इन पेशेवर अपराधियों और माफिया को अपने सानिध्य में लेकर के अराजकता करने की छूट देते थे।ल, लेकिन आज जब उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आई तो जो कानून व्यवस्था को व्हीलचेयर पर ले जाने वालों को ही व्हीलचेयर पर पहुंचाने का काम कर दिया गया है। ”

मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी स्वामी सहजानंद सरस्वती की प्रगतिशील सोच ने इस जनपद को दिशा दी थी। स्वर्गीय कल्पनाथ राय जी का योगदान मऊ विस्मृत नहीं कर सकता। एक ओर इन प्रगतिशील सोच के महापुरुषों का योगदान इस जनपद को बढ़ाने के लिए रहा, लेकिन बीच के कालखंड में बुआ और बबुआ की पार्टी ने इस क्रांति की भूमि को कर्फ्यू में बदलने का कार्य किया था। सीएम ने यहां भाजपा का बोर्ड बनाने की अपील भी की।

बलिया में श्री योगी ने कहा कि आज हमारे व्यापारी और नागरिक सीना तानकर चल रहे हैं। अपराधी गले में तख्ती बांधकर जान की भीख मांगता हुआ दिखाई देता है। पहले जिन शहरों में शोहदों का आतंक था, 2017 के बाद वही शहर सेफ सिटी के रूप में उभरकर सामने आए हैं।

उन्होने कहा कि उन्होंने बलिया की निर्भीकता को प्रदर्शित करती हुई कहावत ‘बलिया में घर त कौन बात का डर‘ के बारे में कहा कि यह कहावत बलिया के ओज को व्यक्त करने वाली है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा जब-जब देश को जरूरत पड़ी बलिया सबसे पहले खड़ा हुआ। देश को आजादी 1947 में मिली, लेकिन बलिया ने 1942 में ही खुद को आजाद घोषित कर दिया था। आपातकाल के दौरान जब लोकतंत्र के गला घोंटा जा रहा था तब जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में चंद्रशेखर जी जैसे इस मिट्टी के लाल देश को बचाने के लिए आगे आए।

श्री योगी ने कहा कि 2017 से पहले आजमगढ़ पहचान के लिए मोहताज था। यहां के लोगों को दूसरे शहरों में होटल और धर्मशालाओं में कमरे तक नहीं मिलते थे। जिन लोगों ने ये संकट पैदा किया था, आज उससे मुक्त करके आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस से जोड़ा जा चुका है। यहां एयरपोर्ट बन रहा है और अब कट्टा नहीं कलम के लिए महाराज सुहेलदेव के नाम पर विश्व विद्यालय भी शुरू हो चुका है, शीघ्र ही उसका प्रशासनिक भवन बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार आजमगढ़ से एक कलाकार सांसद बना। परिणाम ये रहा कि यहां हरिहरपुर संगीत महाविद्यालय बनाया गया। सूडान से यूपी के 431 लोग अबतक वापस लाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आजमगढ़ से हर शहर की बेहतरीन कनेक्टिविटी हो गयी है। पांच साल पहले कोई आया हो वो आज आएगा तो आजमगढ़ को पहचान भी नहीं पाएगा। पूर्व सीएम पांच साल पहले चुनाव प्रचार करने आए थे, आज वो भी सड़क मार्ग से आएंगे तो पहचान नहीं पाएंगे।
मऊ में उन्होने कहा “ याद कीजिए, जो लोग पर्व और त्योहारों में मऊ की कानून व्यवस्था को व्हीलचेयर पर लाने का काम करते थे, आज वो स्वयं व्हीलचेयर में पड़े हुए है।

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