लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बुधवार को यहां लोकभवन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिन किसानों को अब तक पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ किसी वजह से नहीं मिला होगा, उनके पात्र पाए जाने पर पिछली किश्तें भी मिलेंगी। किसानों के लिए यह बड़ी घोषणा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत समस्त पात्र किसानों को लाभ दिलाने के लिए वृहद संतृप्तीकरण अभियान का शुभारम्भ किया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत को बदलते देखा है। किसान, श्रमिक देश के एजेंडे में शामिल हुआ। किसान, श्रमिक जाति मजहब के नहीं होते। किसान श्रमिकों के नाम के नारे लगते थे लेकिन उन्हें कभी शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका। धरती माता की भी गुणवत्ता पहली बार पता लगाया गया। अन्नदाता किसान के फसलों का मूल्यांकन हुआ।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 से 2022 तक हमने उत्तर प्रदेश मे पीएम कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत 22 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई योजना से युक्त किया। आज दलहन, तिलहन फसलों को भी एमएसपी पर दिये जा रहे हैं। हमारा अन्नदाता किसान हमेशा परेशान रहता था। समय पर बीज, खाद नहीं मिल पाता था। हमारे लिए यह चुनौती थी।
उन्होंने कहा कि 2018 दिसम्बर में प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में किसान सम्मान निधि की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश के दो करोड़ 63 लाख किसान इस योजना से आज लाभान्वित हो रहे हैं। आज गांवों में भूमि विवाद समाप्त हो रहे हैं। पीएम स्वामित्व योजना अंतर्गत घरौनी वितरण किया जा रहा है। अब तक हमने 56 लाख परिवारों को सुविधा दी है। आगे इस वर्ष के अंत तक डेढ़ करोड़ परिवारों को इसका लाभ दे दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। बीसी सखी, ग्राम सचिवालय इसके उदाहरण हैं। कृषि विभाग मे आज व्यापक बदलाव हो रहे हैं। इसका लाभ अन्नदाता किसान को मिल रहा है। आज का वृहद अभियान 10 जून तक चलेगा। जो शिकायतें आयी हैं या जो मिलेंगी उनका निस्तारण भी तत्काल होगा। इस मौके पर कृषि मंत्र सूर्य प्रताप शाही, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।