नोएडा। आम नागरिकों के मूल दस्तावेज छलपूर्वक हासिल करके फर्जी कंपनियां खोलकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले सात आरोपियों की तीन दिन कि कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली है। पुलिस ने इनसे मिली जानकारी के आधार पर 4 लोगों को आज गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में फर्जी तरीके से एक्टिवेट मोबाइल फोन के सिम, नोट गिनने की 2 मशीन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुआ है।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि 15 हजार करोड़ से ज्यादा के जीएसटी ठगी करने के मामले में 2 जून को गिरफ्तार किए गए 7 आरोपियों को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लिया है। उन्होंने बताया कि उनसे गहनता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें राजीव और राहुल नामक 2 लोग फर्जी सिम उपलब्ध करवाते थे। जिसकी सहायता से वे लोग फर्जी कंपनी खोलकर अरबो की ठगी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला इस गैंग के साथ गौरव तथा गुरमीत नामक 2 लोग जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आज गौरव, गुरमीत, राजीव तथा राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों के पास से भारी मात्रा में फर्जी तरीके से हासिल किए गए मोबाइल फोन के एक्टिव सिम कार्ड, नोट गिनने की 2 मशीन व फर्जी दस्तावेज आदि बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस के इन लोगे के कुछ बैंक के अकाउंट की जानकारी मिली है, जिसे पुलिस फ्रीज करेगी।
डीसीपी ने बताया कि नोएडा पुलिस ने फर्जी कंपनियों में जीएसटी रिफंड कर फर्जीवाड़ा करने वाले आठ आरोपियों को कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया था। अब तक की जांच में जीएसटी नंबर वाली 3060 कंपनियों का पता चला है। इनमें 247 कंपनियां उत्तर प्रदेश के पते पर खोली गई है। पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारी 15 हजार करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा मान रहे हैं।