लखनऊ। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश ने 6,24,490 टीबी मरीजों को नोटिफाई कर देश में इतिहास रचा है। देश में कार्यक्रम के तहत अब तक एक साल के भीतर किया गया यह सबसे अधिक नोटिफिकेशन है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस उपलब्धि का श्रेय राज्य और जिला स्तरीय अधिकारियों की कड़ी मेहनत के साथ ही ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधानों और समुदाय की सक्रिय भागीदारी को दिया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि सेंट्रल टीबी डिवीजन ने इस साल उत्तर प्रदेश को 5.50 लाख टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य दिया था। उस लक्ष्य से बहुत आगे बढ़कर उत्तर प्रदेश ने एक रिकॉर्ड (6,25,690 मरीज) बनाया है। प्रदेश ने साबित कर दिया है कि वह वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस उपलब्धि को हासिल करने में स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर माह की 15 तारीख को आयोजित होने वाले एकीकृत निक्षय दिवस, दस्तक अभियान के दौरान टीबी मरीजों की पहचान, समय-समय पर एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाने की भी बड़ी भूमिका रही। प्रदेश में बड़ी तादाद में शिक्षण संस्थानों, गैर सरकारी संस्थाओं और व्यक्तिगत तौर पर लोग निक्षय मित्र की भूमिका में आगे आये हैं और टीबी मरीजों को गोद लेकर बेहतर पोषण मुहैया कराने के साथ ही भावनात्मक सहयोग भी प्रदान कर रहे हैं।
टीबी चैम्पियन भी टीबी मरीजों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही लक्षण वाले लोगों को टीबी जांच के लिए प्रेरित करने की अहम भूमिका निभा रहे हैं। लखनऊ और गोरखपुर में स्टेट टीबी ट्रेनिंग डिमांस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना का निर्णय लिया गया है, जो क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में और तेजी लाएगा।