सहारनपुर। महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में अयोध्या श्री राम प्राण प्रतिष्ठा उपलक्ष में भव्य श्री राम मंगल कलश यात्रा अवसर पर स्वामी कलेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जन जन में रमे हुए हैं।
राधा विहार स्थित मंदिर मंे श्री राम कृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वाधान में आयोजित अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा उपलक्ष में कार्यक्रम आज प्रारंभ हो गए हैं जिसमें श्री राम जी की भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें पूरा वातावरण राम में हो गया। सबसे पहले श्री राम धर्म ध्वजा, उसके बाद गजरथ पर गणपति सवार थे और कई श्री राम ध्वजा लेकर स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता चल रही थे। श्री राम के जयकारे लगा रहे थे। उसके बाद 151 महिलाएं अक्षत मंगल कलश शिरोधारण कर चल रही थी।
श्री रामचरितमानस शिरोधारण करने का सौभाग्य अश्वनी काम्बोज को प्राप्त हुआ। ब्रह्म रथ पर सोम भगवान श्री राम सीता के साथ विराज रहे थे। श्री राम जी के रथ सारथी होने का सौभाग्य सुशील काम्बोज को मिला। श्री राम अक्षत मंगल कलश की शोभायात्रा का जगह-जगह पर भव्य स्वागत किया गया और जलपान की व्यवस्था की गई। मंगल कलश यात्रा मुख्य मार्ग से होती हुई वरदानी नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में स्थित श्री राम दरबार में संपन्न हुई।
कार्यक्रम की श्रृंखला में स्वामी कलेंद्रानंद महाराज ने बताया कि शनिवार को श्री राम जी का विधिवत पूजन एवं हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा और 21 जनवरी से श्री रामचरितमानस का अखंड पाठ प्रारंभ होगा। 22 जनवरी को अखंड पाठ विश्राम कीर्तन एवं भंडारे की व्यवस्था की जाएगी। श्री राम जी की महिमा का वर्णन करते हुए स्वामी कलेंद्रानंद महाराज ने कहा श्री राम एक महान संस्कार एवं जीवन धारा है। श्री राम सर्व व्यापक है जो कण कण में रमण करते हैं।
उन्होंने कहा श्री राम अनंत काल से हैं और अनंत काल तक उनकी अनवरत सार्वभौमिक जीवन धारा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। जिसमें सर्वस्व समझ आता है जो सबको अंगीकार कर लेता है जो सभी के लिए सहज है वही प्रभु श्री राम का आधार है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को श्री राम जी का जीवन चरित्र अनुकरण करके अपने जीवन को सार्थक करना चाहिए।
इस अवसर पर मेहरचंद जैन, राजेंद्र धीमान, रमेश शर्मा, नरेश चंदेल, मेहर सिंह काम्बोज, नरेंद्र काम्बोज, राकेश राय, भूपेंद्र सिंह पुंडीर, सागर गुप्ता, सुशील काम्बोज, मनीष गुप्ता, शिवम काम्बोज, विभा, संगीता, प्रभा, उमा, सुचेता, राजबाला, ललतेश, बबीता, सुनीता, वर्षा, किरण, बबली, रेखा व पूनम आदि मौजूद रहे।