नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सह प्रभारी तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर ने शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
तजिंदर सिंह बिट्टू गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं और रायबरेली के भी प्रभारी रह चुके हैं। वहीं करमजीत कौर कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं सांसद रहे स्वर्गीय चौधरी संतोख सिंह की पत्नी हैं। चौधरी परिवार पिछले कई दशकों से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अचानक हार्ट अटैक से चौधरी संतोख सिंह का निधन हो गया था।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में शनिवार को पार्टी मुख्यालय में तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
विनोद तावड़े ने दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि करमजीत कौर पंजाब से लोकसभा का उपचुनाव लड़ चुकी हैं। वहीं तजिंदर सिंह बिट्टू कांग्रेस के ऑल इंडिया सेक्रेटरी और कई प्रदेशों के प्रभारी रहे हैं, रायबरेली के भी प्रभारी रहे हैं। हालांकि इस बार कांग्रेस रायबरेली से उम्मीदवार तय नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत यात्रा से जुड़ने का फैसला किया है और इनके आने से पार्टी और ज्यादा मजबूत होगी।
वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जीवन के हर क्षेत्र में, देश के हर राज्य में विकास का नया मॉडल पेश कर रहे हैं जिसे देखकर देश के सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मन में उन पर विश्वास बढ़ता जा रहा है।
तजिंदर सिंह बिट्टू ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने 35 साल तक कांग्रेस में काम किया और आज वह भाजपा में शामिल होते हुए बहुत भावुक हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सोच बहुत अच्छी है और उन्होंने पंजाब के हित में ही भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।
वहीं करमजीत कौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य आला नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके परिवार ने दलित और पिछड़ों को आगे बढ़ाने का काम किया है। उनके पति पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, जालंधर से लोकसभा सांसद रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पति ने भारत जोड़ो यात्रा में कुर्बानी दी है लेकिन कांग्रेस ने उनके पति की कुर्बानी की खुलेआम अनदेखी की है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को इसे लेकर आत्ममंथन करना चाहिए कि उनके इतने पुराने वफादार लोग पार्टी को क्यों छोड़कर जा रहे हैं।
इससे पहले विनोद तावड़े ने कर्नाटक में कांग्रेस नेता की बेटी की हत्या को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक में जैसी घटना हुई वैसा ही बंगाल के संदेशखाली में हुआ। कर्नाटक में जो हुआ वह लव जिहाद का मामला है लेकिन पश्चिम बंगाल से लेकर कर्नाटक तक वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
उन्होंने स्टालिन और ममता बनर्जी के बयानों पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि राहुल गांधी बताएं उनके गठबंधन का नेता कौन है ?