नई दिल्ली। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री जयंत चौधरी ने गुरुवार को ‘मॉडल स्किल लोन स्कीम’ को बदले हुए स्वरूप में लॉन्च किया। उन्होंने इसे देश के लिए बड़ी उपलब्धि बताई। चौधरी ने कहा कि नौजवानों के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में जिस योजना का जिक्र किया था, उसी से जुड़ी स्कीम की आज लॉन्चिंग की गई है।
उन्होंने कहा कि पहले योजना के तहत 1.5 लाख रुपए की ऋण सीमा थी जिसे अब बढ़ाकर 7.5 लाख रुपये कर दिया गया है। पहले केवल कुछ सीमित बैंकों की भागीदारी थी। अब एनबीएफसी, स्मॉल फाइनेंस बैंक और माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशन भी इस योजना से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा, “अब नई टेक्नोलॉजी की बात होती है। स्पीड के साथ हमें अपने कौशल विकास सिस्टम को देखना होगा। अब नौजवानों की डिमांड बढ़-चढ़कर आ रही है। आज सरकारी स्कूलों, केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय में भी कौशल विकास के कार्यक्रम चल रहे हैं।
निजी संस्थानों में आप तो यह कोर्स आम छात्र के लिए बहुत महंगा है। संसद में मंगलवार को पेश केंद्रीय बजट को लेकर उन्होंने कहा कि बजट बहुत बेहतरीन था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जो मैं सोच कर एनडीए में आया था और जो मैं करना चाहता हूं, उस सपने को पूरा करने के लिए इस बजट ने बहुत बड़ी ताकत दी है। आजादी के बाद पहली बार 14 बार कौशल विकास की बात हुई है। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने 24 बार उद्यमिता और रोजगार की बात की है।”
मॉडल स्किल लोन के तहत लोगों के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए एक हजार आईटीआई को हब एंड स्पोक मॉडल के तौर पर तैयार किया जाएगा। साथ ही सरकार घरेलू संस्थानों में भी उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान करेगी।