मथुरा। थाना हाईवे क्षेत्र अंतर्गत सौंख रोड पर 17 मार्च को ढाबा संचालक हत्याकांड के मामले में गुरुवार को चार हत्यारोपितों को हाईवे पुलिस, एसओजी एवं स्वॉट टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक साथी फरार है।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि ढाबा संचालक लखन की हत्या के लिए उसी के भाई सुरेन्द्र ने हिस्ट्रीशीटरों को 100 वर्ग गज का प्लाट, तीन लाख की सुपारी देने का वायदा किया था। एसएसपी ने इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
पुलिस लाइन सभागार में गुरुवार शाम को एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय, एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह ने बताया कि थाना हाईवे के गांव सलेमपुर निवासी लाखन सिंह (42) पुत्र रामवीर सिंह सौंख रोड पर अपना ढाबा चलाता था। गत 17 मार्च को नकाबपोश बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में मृतक के भाई ने परिवार के ही चार लोगों को नामजद कराया था। हाईवे पुलिस ने पूछताछ की तो कोई खास सुराग नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज से बाइक का पता लगा तो वह किसी और की निकली, जिसे हत्याकांड की रात मानवेंद्र उर्फ भोला निवासी ढोकलावास ले गया था।
गुरुवार को हाईवे थाना के एसएचओ छोटेलाल, स्वॉट टीम प्रभारी अभय शर्मा और एसओजी प्रभारी राकेश कुमार यादव ने इस मामले में अंशुल उर्फ अंशु निवासी रोशन विहार, लक्ष्मीनगर, ऊदल निवासी ढोकलावास (सुरीर) मानवेंद्र उर्फ भोला निवासी ढोकलावास और सुरेंद्र सिंह निवासी सलेमपुर को गिरफ्तार किया है।जबकि कान्हा उर्फ रोहित चौधरी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पूछताछ में पता चला है कि लाखन के भाई सुरेंद्र ने ही इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों को 3 लाख रुपये और 100 वर्गगज प्लॉट की सुपारी दी थी। पुस्तैनी मकान बेचने पर 88 लाख रुपये में से हिस्सा मांगने पर उसने पूरी साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 28 हजार रुपये, तीन तमंचे और चार कारतूस बरामद किए हैं। लाखन की हत्या के लिए उसके भाई सुरेंद्र ने तीन लाख रुपये और 100 वर्गगज प्लॉट की सुपारी दी थी। इसके लिए चारों शूटरों को 55 हजार रुपये एडवांस और वारदात के बाद एक लाख रुपये दिए थे।