लखनऊ – भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बुधवार को कहा कि विधानसभा उपचुनाव में अपनी हार सुनिश्चित होने से बौखलाई समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी गुंडा और माफिया प्रकोष्ठ को अराजकता फैलाने के लिये आगे कर दिया है।
यूपी की नौ विधानसभा सीटो पर 49.3 फीसदी मतदान, कई जगहों से बवाल और हंगामे की आई खबरें
श्री चौधरी ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उपचुनाव में अपनी पराजय सुनिश्चित जानकर समाजवादी पार्टी ने अपने गुंडा और माफिया प्रकोष्ठ को आगे कर दिया है। शांति और सौहार्द के माहौल में चुनाव सम्पन्न हो, यह सपा को कभी नहीं सुहाता, इसीलिए यह लोग उपचुनाव को रक्तरंजित करने पर उतारू हैं।
उन्होने कहा कि यह सपा मुखिया अखिलेश यादव जी की बदहवासी का परिचायक है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। पूरा उत्तर प्रदेश लाल टोपी वालों के काले कारनामों का ताजा संस्करण देखकर स्तब्ध है। गुंडागर्दी की सारी हदें पार और इंसानियत को शर्मसार करते हुए करहल के गांव कझरा में दलित समाज की बेटी की निर्मम हत्या का दी गयी। लड़की के माता पिता का कथन है कि उनकी बेटी की हत्या सपा नेताओं ने सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि बेटी ने भाजपा को वोट देने की बात की थी।
मीरापुर में मुस्लिम बाहुल्य गांवों में पुलिस ने बजाये लट्ठ, प्रशासन पर लगाए गए गंभीर आरोप !
भाजपा नेता ने कहा “लाल टोपी वाले गुंडों का कुकृत्य एक बार फिर सबके सामने है। पीडीए का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडों ने करहल में दलित बेटी की निर्मम हत्या कर दी। सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रण में रखना चाहिए, बाकी पुलिस और प्रशासन तो अपनी कार्यवाही करेगी।”
मीरापुर उपचुनाव में पुलिस प्रशासन की सख्ती के कारण हजारों मतदाता वंचित, नाराजगी बढ़ी
उन्होने कहा कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सपा ने बड़ी संख्या में बाहर से अराजक तत्वों को बुलाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। मैनपुरी में सैफई परिवार और सपा प्रमुख के गुंडे फिर से आंतक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। न भाजपा इसे बर्दाश्त करेगी, न सरकार और न ही उत्तर प्रदेश की जनता।
मीरापुर में मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न, पुलिस व प्रशासन रहा अलर्ट, 57.12 प्रतिशत वोटिंग
श्री चौधरी ने कहा किसपा का कहना है लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे, ऐसा कैसे हो सकता है फर्जी मतदान सपा की पहचान है, इस पर प्रहार उपचुनावों की शुचिता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाकर यह खुद पर ही कुठाराघात कर रहे हैं। गुंडई, अराजकता और अनिश्चितता फैलाना इनका ट्रेड मार्क है, जनता इस बात को समझती है।
आदमपुर में बंधक बनाकर लाखों की डकैती, लुटेरे डीवीडीआर भी उखाड़ ले गए
उन्होने कहा कि सपा की ये बेचैनी उनकी ‘आउटसोर्सिंग नीति’ का फल है। वे फर्जी पहचान पत्र बनाकर मतदाता प्रदेश में आउटसोर्स कर रहे हैं, आरक्षण में भी ये धर्म विशेष को संविधान को ताक पर रख कर आउट ऑफ द कंटेक्स्ट जाकर आरक्षण देना चाहते हैं जो स्वीकार्य नहीं है।
दैनिक राशिफल….. 21 नवम्बर, 2024, गुरूवार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा की यह तिलमिलाहट इसीलिए है क्योंकि जनता इनके खिलाफ है, जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है इसीलिए ये निर्वाचन कार्य में जुटे अधिकारियों को धमकाने पर उतर आए हैं। सरेआम पुलिस, निर्वाचन आयोग, पीठासीन अधिकारी निर्वाचन तंत्र पर आरोप लगाना उन्हें नौकरी जाने, पीएफ से वंचित करने जैसी धमकियां दी जा रही हैं, यह कतई स्वीकार्य नहीं है।