गाजियाबाद। मुरादनगर में फर्जी कागज तैयार कर जमीन बेचने के आरोपी दिल्ली पुलिस के बर्खास्त इंस्पेक्टर मनीष को मुरादनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बर्खास्त होने के बाद भी मनीष अपने को पुलिस में बताकर रौब दिखाता था। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के दो केस सीबीआई ने दर्ज किए थे। इनकी जांच चल रही है।
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एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि 25 अगस्त को मसूरी थाने में अंबर जेटली समेत छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसकी जांच मुरादनगर थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी को दी गई थी। पुलिस जांच में रोहिणी सेक्टर 13 के मनीष पुरी का नाम भी सामने आया। पुलिस ने रात मनीष को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में मनीष ने बताया कि वह दिल्ली में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (संभागीय निरीक्षक पद) पर कार्यरत था। उसके खिलाफ 12 साल से विभागीय जांच चल रही थी। दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार ने 10 अगस्त 2022 को उसे बर्खास्त कर दिया था। एसीपी ने बताया कि मुकेश अपने साथी रोहित भसीन और अन्य के साथ मिलकर फर्जी कागजात तैयार कर जमीन बेचने का काम करने लगा। उसके खिलाफ 2014 व 2016 में सीबीआई ने केस दर्ज किए थे।