बदायूं- बदायूं जिले में बिल्सी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक हरीश शाक्य एवं उनके साथियों पर एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद सोमवार को पीड़िता ने थाना सिविल लाइंस पहुंच कर पुलिस के सामने अपने बयान दर्ज कराए।
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पीड़िता ने कहा कि उसने पुलिस को अपना बयान दर्ज करा दिया है। वहीं, पीड़िता के पति और मुकदमे के वादी ने आरोप लगाया कि पुलिस विधायक के दवाब में समझौते के लिए दबाव बना रही है।
गौरतलब है कि यह मामला भाजपा विधायक हरीश शाक्य समेत 16 लोगों पर गैंगरेप, करोड़ों की धोखाधड़ी और जमीन कब्जाने के आरोपों से जुड़ा है। कोर्ट के आदेश पर 10 दिन पहले यह मुकदमा सिविल लाइंस थाने में दर्ज किया गया।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि विधायक और उनके साथियों ने उनकी जमीन हड़पने के लिए साजिश रची और परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाया। पीड़िता ने विधायक समेत आरोपियों पर गैंगरेप का भी आरोप लगाया है।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने फ़ोन पर बताया कि एमपी/एमएलए कोर्ट के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।इस केस की जांच सिविल लाइंस थाने के प्रभारी मनोज कुमार सिंह कर रहे हैं।
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भाजपा विधायक हरीश शाक्य से इस मामले में पहले ही कह चुके है कि ये मामला राजनीति से प्रेरित है।शिकायतकर्ता और उसके परिवार की तरफ से रेप की दर्शायी गयी घटना की तारीख के बाद कुछ शिकायते की गयी थी जिसमें जमीनी विवाद ही बताया गया ,रेप जैसी घटना का जिक्र नही है।
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उन्होंने बताया कि वादी पक्ष द्वारा कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में गैंग रेप की घटना जोड़ दी गयी जबकि वे एक स्वच्छ और साफ सुथरी छवि के नेता हैं उनके द्वारा ऐसा कोई भी कृत्य नहीं किया गया है।