नोएडा। नोएडा पुलिस द्वारा मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल हुआ बदमाश जिला अस्पताल से उपचार के दौरान तीन-तीन दरोगाओं और कई पुलिसकर्मियों के तैनात होने के बावजूद भी फरार हो गया। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
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लोगों का कहना है कि मुठभेड़ में गोली लगने के बाद घायल बदमाश आखिर पुलिस कर्मियों की आंख में धूल झोंककर अस्पताल से कैसे भाग गया। लोगों ने पुलिस मुठभेड़ पर भी सवालिया निशान लगाया है।
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अपर पुलिस उपायुक्त सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि थाना फेस वन पुलिस ने आज तड़के एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान दो शातिर लुटेरे श्याम कुमार और समीर अली को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली श्याम कुमार के पैर में लगी थी। उन्होंने बताया कि उक्त बदमाश को उपचार के लिए नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
उन्होंने बताया कि बदमाश के साथ अस्पताल में तीन उप निरीक्षक विवेक कुशवाहा, भूपेंद्र चौधरी और सुनील (तीनों अंडर ट्रेनिंग) मौजूद थे। उनके साथ कुछ अन्य पुलिसकर्मी भी थे। उन्होंने बताया कि इसी बीच बदमाश पुलिस कर्मियों को चकमा देकर जिला अस्पताल से भाग गया।
अपर उपायुक्त ने बताया कि यह घटना सुबह 5.30 बजे की है। पुलिस की कई टीम विभिन्न रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर छापेमारी कर रही है। बदमाश बिहार का रहने वाला है। पुलिस को शक है कि वह यहां से बिहार भाग गया है। वहीं पुलिस इस बात का भी पता लग रही है कि नोएडा और आसपास में कहीं उसके कुछ जानकार तो नहीं रहते हैं, जहां पर वह जाकर छुपा है। पुलिस के अधिकारियों ने दावा किया है कि उसकी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल बदमाश की जिला अस्पताल से भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद भी भागने की घटना ने पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि पुलिस मुठभेड़ में अगर बदमाश को वास्तव में गोली लगी थी तो वह कैसे भाग गया। पुलिस विभाग में चर्चा है की लापरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।