प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, और इस बार सफाई व्यवस्था को लेकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। महाकुंभ में स्वच्छता को नया आयाम देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन 15,000 सफाई कर्मियों की तैनाती करने जा रहा है। यह विशाल सफाई अभियान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की दिशा में अग्रसर है।
मुज़फ्फरनगर के स्कूलों में टीसी का खेल जारी, हाईस्कूल की छात्रा की छूट गयी परीक्षा, हो गया साल खराब
प्रयागराज प्रशासन और नगर निगम ने मिलकर महाकुंभ में सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इस महा स्वच्छता मुहिम के तहत कुंभ क्षेत्र के हर घाट, सड़क, शिविर और प्रमुख स्थलों पर सफाई कर्मियों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए आधुनिक तकनीक और उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
मुज़फ्फरनगर में तालाब में डूबने से युवक की मौत, तालाब के किनारे घूम रहा था युवक
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी योजना बनाई गई है। सफाई कर्मियों की सबसे बड़ी टीम बनाकर इसे सफल बनाने का लक्ष्य रखा गया है। यदि यह रिकॉर्ड बनता है तो यह कुंभ मेले के इतिहास में पहली बार होगा जब इतने बड़े पैमाने पर सफाई व्यवस्था की गई हो।
महाकुंभ 2025 को “स्वच्छ कुंभ, दिव्य कुंभ” बनाने के लिए यह मुहिम चलाई जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सफाई व्यवस्था को लेकर विशेष निर्देश दिए हैं। सरकार इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध करवा रही है।
महाकुंभ की सफाई व्यवस्था को मॉनिटर करने के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जाएगी, और सफाई कर्मियों की लोकेशन ट्रैक करने के लिए जीपीएस तकनीक भी अपनाई जाएगी। इसके अलावा, कूड़ा प्रबंधन के लिए भी विशेष उपाय किए जा रहे हैं।
इस महा स्वच्छता अभियान का उद्देश्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ और सुंदर वातावरण प्रदान करना है ताकि वे आध्यात्मिक अनुभव को पूरी तरह से महसूस कर सकें। सफाई अभियान में आम जनता और स्वयंसेवी संगठनों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सफाई व्यवस्था में सहयोग करें और महाकुंभ को स्वच्छ एवं पवित्र बनाए रखने में अपना योगदान दें।
महाकुंभ 2025 का यह स्वच्छता अभियान न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बल्कि विश्वस्तर पर भी अपनी पहचान बनाएगा। अब सभी की नजरें इस ऐतिहासिक सफाई मुहिम पर हैं कि क्या यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना स्थान बना पाएगी।