मुजफ्फरनगर। जिला और महिला अस्पताल में आवारा कुत्तों को पकड़ने की घटना के दौरान क्रूरता किए जाने की शिकायत पर जांच शुरू हो गई है। पशु पति जीव सेवा फाउंडेशन के सदस्यों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से शिकायत की थी। डीएम उमेश मिश्रा ने जिला अस्पताल के सीएमएस की अध्यक्षता में गठित कमेटी को पांच दिन में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
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दो सप्ताह पहले जिला अस्पताल कर्मियों ने अभियान चलाते हुए कुछ आवारा कुत्तों को पकड़कर सरकारी एंबुलेंस में बंदकर उन्हें शहर से बाहर छोड़ दिया था। अस्पताल में चले अभियान से नाराज होकर पशु प्रेमियों ने कुत्तोंं के साथ क्रूरता का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। पशुपति जीव सेवा फाउंडेशन सदस्यों ने सीएमओ डॉ़ सुनील तेवतिया से मुलाकात कर मामले के आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। आरोप लगाया था कि अस्पताल से कुत्ते पकड़ने के दौरान क्रूरता की गई थी। इसके बाद कुछ कुत्तोंं को सरकारी एंबुलेंस में बंद कर ले जाया गया।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की एनजीओ की ओर से मामले में गंभीरता से संज्ञान लिया गया था। सीएमओ को पूर्व केन्द्रीय मंत्री की पीए की ओर से फोन कर मामले की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। वहीं स्थानीय एनजीओ से जुड़े पशु प्रेमियों की ओर से भी शहर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी।
डीएम के आदेश पर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ़ संजय वर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। कमेटी में जिला महिला अस्पताल की सीएमएस और सीएमओ की ओर से नामित वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। सीएमएस ने मामले की जांच शुरू करते हुए आम लोगों से घटना से जुड़े फोटो अथवा वीडियो तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि कमेटी पांच दिन में जांच कर रिपोर्ट देगी।