गाजियाबाद। लोनी बाॅर्डर थाना क्षेत्र की एक काॅलोनी में 12 मार्च को सात साल की बच्ची की मौत के मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। बच्ची की मौत पड़ोस के घर से आई कढ़ी खाने से नहीं हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तीन दिन चली पुलिस की जांच से पता चला है कि बच्ची के साथ उसके पिता ने दुष्कर्म किया था।
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इस घिनौनी करतूत को छिपाने के लिए उसने ही गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर कढ़ी खाने से मौत की झूठी कहानी बनाकर पड़ोस की महिला के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करा दिया। इसी केस के आधार पर पुलिस ने महिला को बीएनएस के तहत गैर इरादतन हत्या की धारा 105 में कोर्ट में पेश किया। वहां से जेल भेज दिया गया था। सच सामने आने पर पुलिस ने सोमवार को बच्ची के 52 साल के पिता को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही जेल में बंद महिला की बेगुनाही की रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी गई है। कोर्ट का आदेश होने पर ही महिला की रिहाई हो सकेगी।
एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार ने बताया कि नामजद महिला 14 मार्च की दोपहर को जेल भेज दी गई थी। जिला एमएमजी अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट 14 की रात में मिली। इससे ही पता चला कि बच्ची की मौत गला घोंटे जाने से हुई है और उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया। इससे यह भी साफ हो गया कि उसके पिता ने कढ़ी खाने की झूठी कहानी बनाई।
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बच्ची के परिवार के लोगों से अलग-अलग की गई पूछताछ के बाद शक की सुईं पिता पर जाकर टिक गई। उससे की गई लंबी पूछताछ के बाद सच सामने आ गया। उसने कुबूल किया की कढ़ी की कहानी पूरी तरह से फर्जी थी। पड़ोस के घर से कढ़ी आई जरूर थी लेकिन उसे किसी बच्चे ने नहीं खाया था।