गाजियाबाद। अप्रैल का महीना है, लेकिन सूरज की तपिश और गर्म हवाएं कुछ ऐसा एहसास करा रही हैं जैसे मानो जून-जुलाई पहले ही आ गया हो। दिल्ली-एनसीआर समेत गाजियाबाद में भीषण गर्मी का असर साफ तौर पर महसूस किया जा सकता है। मौसम विभाग ने तापमान में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए हीट अलर्ट जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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गाजियाबाद की सड़कों पर चिलचिलाती धूप और गर्म लू का असर साफ नजर आ रहा है। लोग धूप से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। कोई सिर पर गमछा बांधे है, कोई मुंह ढंके हुए है तो कोई छांव में बैठा राहत पाने की कोशिश कर रहा है।
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गर्मी से राहत पाने के लिए लोग शिकंजी, लस्सी और ठंडा पानी जैसे तरल पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। स्थानीय निवासी सुमित ने बताया कि गर्मी इस बार अप्रैल में ही जून जैसी महसूस हो रही है। मजबूरी में काम पर निकलना पड़ रहा है, लेकिन पूरी बॉडी को कवर कर रहा हूं। मुंह पर रुमाल और आंखों पर चश्मा लगाया है, ताकि लू और तेज धूप से बचाव हो सके। बार-बार पानी पी रहा हूं, जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहे।”
गर्मी का सबसे बुरा असर दिहाड़ी मजदूरों और रिक्शा चालकों पर पड़ रहा है। एक रिक्शा चालक ने बताया कि गर्मी इतनी है कि सवारी भी नहीं मिल रही। ऊपर से खुद भी बुरी तरह से झुलस रहा हूं। मजबूरी है, इसलिए रिक्शा चलाना पड़ रहा है। चिलचिलाती धूप में पानी पीकर और मुंह धोकर राहत पाने की कोशिश कर रहा हूं।”
गर्मी की वजह से जिला कलेक्टर कार्यालय में आए फरियादी भी परेशानी में दिखे। कई लोग पेड़ की छांव में बैठकर राहत लेते नजर आए। लोगों ने बताया कि अंदर जाकर इंतजार करने से बेहतर है कि बाहर थोड़ी ठंडी हवा और छांव में बैठकर आराम कर लिया जाए।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। विभाग ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को दिन के समय बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। साथ ही हाइड्रेशन बनाए रखने और हल्के कपड़े पहनने की अपील की गई है।