शामली। जिले के कैराना क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब पांच सगे भाई-बहन यमुना नदी पार करते समय अचानक डूब गए। ग्रामीणों की तत्परता से चार बच्चों की जान बचा ली गई, जबकि 14 वर्षीय बच्ची सादमा का देर शाम तक कोई सुराग नहीं लग सका था।
मुज़फ्फरनगर में पेपर मिल की काली राख से नागरिक हुए परेशान, सांस लेना हुआ मुश्किल, किया हंगामा
घटना कैराना थाना क्षेत्र के गांव नगला राई की है। गांव निवासी हसन ने बताया कि उसके भाई हाशिम ने यमुना पार खेतों में खरबूजा और तरबूज की फसल लगाई हुई है। रविवार दोपहर करीब 3 बजे हाशिम के बच्चे—जावेद (20), फारूक (25), परवीन (16), माईला (17) और सादमा (14)—पैदल ही यमुना नदी पार कर खेतों की ओर जा रहे थे।
मुज़फ्फरनगर में 21 अप्रैल को भाकियू करेगी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन, भाकियू में की कुछ नई नियुक्ति
हालांकि नदी में पानी महज़ तीन फीट था, लेकिन रेत खनन की वजह से नदी के भीतर कई गहरे गड्ढे बन चुके हैं। इसी दौरान सभी भाई-बहन अचानक एक गहरे कुंड में फंसकर डूबने लगे। बच्चों को डूबता देख आस-पास मौजूद लोगों ने शोर मचाया और ग्रामीणों ने तुरंत नदी में छलांग लगाकर रेस्क्यू शुरू कर दिया।
मुज़फ्फरनगर में दोस्त की हत्या का आरोपी दोस्त गिरफ्तार, ससुर-दामाद ने मिलकर की हत्या, ससुर अभी फरार
करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद जावेद, फारूक, माईला और परवीन को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। जावेद और परवीन को प्राथमिक उपचार के लिए नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया। वहीं, देर शाम तक ग्रामीणों द्वारा सादमा की तलाश जारी रही, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला था।
स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से नदी में सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।