शामली। शहर के हृदयस्थल फव्वारा चौक पर स्थित ‘प्रिया मोबाइल’ दुकान एक बार फिर आपराधिक गतिविधियों के केंद्र में आ गई है। गुरुवार की सुबह दुकान खुलते ही यहां काम कर रहे कर्मचारी कैफ को एक संदिग्ध चिट्ठी मिली, जिसे देखकर व्यापारी सुमित बंसल के होश उड़ गए। यह चिट्ठी कोई आम पत्र नहीं थी, बल्कि एक धमकी भरी रंगदारी की चिट्ठी थी – जिसमें 20 लाख रुपये की मांग की गई थी। इससे व्यापारिक समुदाय में भारी आक्रोश और भय का माहौल है।
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चिट्ठी में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि “इस बार पुलिस को बताकर अच्छा नहीं किया, अब परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।” बदमाशों ने व्यापारी को एक निश्चित स्थान पर बुलाया और वहां पैसे पहुंचाने का निर्देश दिया। इस वारदात की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह चार दिनों में दूसरी बार है जब सुमित बंसल को ऐसी चिट्ठी मिली है।
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पहले भी इसी प्रकार की चिट्ठी मिलने के बाद व्यापारी ने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिखी। गुरुवार को जैसे ही यह दूसरी धमकी सामने आई, व्यापारी समुदाय में गुस्सा फूट पड़ा। दर्जनों की संख्या में व्यापारी फव्वारा चौक पर इकट्ठा हो गए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
व्यापारियों ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो शहर में व्यापार करना असंभव हो जाएगा। “लगातार रंगदारी की चिट्ठियां डाली जा रही हैं और पुलिस खाली आश्वासन देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है,” एक स्थानीय व्यापारी ने आक्रोशित स्वर में कहा।
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घटना की जानकारी मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और व्यापारियों को शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि 24 घंटों के भीतर मामले का खुलासा कर बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सुमित बंसल के भाई दीपक बंसल ने कोतवाली में लिखित शिकायत देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, पूरे बाजार में दहशत का माहौल है और व्यापारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
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यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि शामली में अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस तंत्र को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। रंगदारी की घटनाओं का दोहराव कहीं न कहीं पुलिसिया विफलता को उजागर करता है। अब देखना यह होगा कि पुलिस 24 घंटे में अपना दावा पूरा कर पाती है या नहीं।