धनबाद। धनबाद में ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ के नए डॉन प्रिंस खान उर्फ छोटे सरकार का खौफ इस कदर पसर गया है कि अब कई बिजनेसमैन कारोबार समेटकर दूसरे शहरों में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे हैं। फायरिंग, मर्डर, बमबारी की घटनाओं और गैंगस्टर की धमकियों के चलते कई कारोबारी घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। कई कारोबारियों ने हाल की घटनाओं के बाद सुरक्षा के लिए प्राइवट गनर और गार्ड बहाल किए हैं। हाल में ऐसी कई घटनाएं सामने आईं कि अगर किसी कारोबारी ने प्रिंस के गैंग की धमकियों सूचना पुलिस तक पहुंचाईं, उन्हें गैंग का निशाना बनना पड़ा। हालांकि पुलिस का दावा है कि वह प्रिंस के गिरोह के खिलाफ लगातार एक्शन मोड में है। पिछले दो-तीन महीनों में गिरोह के कई गुर्गे गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं।
धनबाद के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में ठाकुर मोटर्स नामक प्रतिष्ठान के मालिक संजीव आनंद ठाकुर से गैंगस्टर प्रिंस खान के नाम पर रंगदारी मांगी गई थी। उन्होंने पुलिस थाने जाकर इसकी कंप्लेन दर्ज कराई। इसके कुछ ही दिनों बाद बीते 5 जून को अपने प्रतिष्ठान से लौटते वक्त उन्हें प्रिंस के गुर्गो ने गोली मार दी। वह बुरी तरह जख्मी हुए और अब भी उनका इलाज चल रहा है। हमले के तुरंत बाद प्रिंस गिरोह के गुर्गे ने पर्चा जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली और धमकी दी कि पुलिस के पास जाओगे तो यही अंजाम होगा।
इस घटना के बाद धनबाद मोटर डीलर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने 7 जून को धरना दिया था। एसोसिएशन ने लड़ेगा व्यापारी तो बचेगा व्यापारी का नारा देते हुए एकजुटता दिखाई और जिला पुलिस-प्रशासन को 72 घंटे के भीतर कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया। लेकिन इस धरने के बाद प्रिंस खान के गुर्गे मेजर ने धरना में शामिल हुए कारोबारियों को धमकी भरे मैसेज भेजे। कुछ व्यापारियों ने पुलिस से मौखिक तौर शिकायत भी की, परंतु पुलिस ने उनसे लिखित कंप्लेन करने को कहा। नतीजा यह कि धरना में शामिल हुए कई व्यापारी अब खुद अपने दुकान-प्रतिष्ठान में नहीं बैठ रहे। धरने की अगुवाई करने वाले धनबाद मोटर डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह को मटकुरिया रोड स्थित अपनी दुकान में प्राइवेट गनर की तैनाती करनी पड़ी।
बता दें कि ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के सबसे बड़े डॉन फहीम खान का भांजा प्रिंस खान पिछले दो वर्षो में धनबाद का सबसे बड़ा गैंगस्टर बनकर उभरा है। अब उसकी अपने मामा फहीम खान के गिरोह से अदावत है। प्रिंस ने खाड़ी के किसी देश में पनाह ले रखी है और वहीं से धनबाद में अपना गैंग ऑपरेट कर रहा है। प्रिंस के विदेश भागने का खुलासा पिछले दिनों सीआईडी की जांच में हुआ था। जांच में यह बात भी सामने आई है कि विदेश भागने के लिए उसने धनबाद पुलिस के ही अफसरों की मदद से पासपोर्ट बनवाया था।
धनबाद में प्रिंस के गिरोह का सबसे बड़ा गुर्गा मेजर नामक शख्स है। वह हर वारदात के बाद वीडियो, ऑडियो क्लिप या पर्चा जारी करता है। कारोबारियों को धमकाता है कि छोटे सरकार यानी प्रिंस खान को मैनेज किए बगैर धनबाद में कारोबार नहीं किया जा सकता।
इधर धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार का कहना है कि जो शिकायतें मिली हैं, उनमें कार्रवाई हुई। अपराधी भी पकड़े गए। अभी तक प्रिंस के 35 से अधिक गुर्गो को जेल भेजा जा चुका है। बाकी भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।