नई दिल्ली| दिल्ली के कृष्णा नगर बाजार में आम आदमी पार्टी (आप) के एक विधायक के एक रिश्तेदार ने कथित तौर पर संपत्ति के विवाद में कुछ लोगों पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि रविवार को उन्हें घटना के संबंध में सुबह करीब 11.45 बजे फोन आया।
फोन करने वाले ने पुलिस को बताया कि कृष्णा नगर के फ्रेंड्स सेंटर मार्केट में गोलीबारी की गई। जांच करने पर पता चला कि जिम से निकले सोनू का कुछ जान-पहचान वालों से झगड़ा हो गया था। उनमें से एक ने पिस्टल से फायर कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, संपत्ति से जुड़े विवाद को लेकर उनकी पुरानी दुश्मनी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और इस मामले में कुछ लोगों को पकड़ा गया है।
इसी बीच भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी के (आप) के विधायकों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि विधायक मदन लाल के परिजन युवाओं द्वारा कृष्णा नगर जैसे व्यस्त इलाके में गोलियां चलाए जाने से दिल्ली वाले स्तब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार विधायक के परिजन युवाओं ने एक संपत्ति विवाद में दूसरी पार्टी को धमकाने के लिए गोलियां चलाई हैं। सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा हिंसक घटनाओं में संलिप्तता की यह कोई पहली घटना नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों आप के विधायक अब्दुल रहमान को एक प्रिंसिपल को धमकाने और पीटने के मामले में अदालत ने दोषी ठहराया था तो वहीं आप के दो वरिष्ठ विधायक अखिलेश त्रिपाठी एवं संजीव झा दंगे के मामले में सजा होने के बाद जमानत पर हैं और एक अन्य विधायक प्रकाश जारवाल हत्या से जुड़े मामले के अभियुक्त हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इनके अलावा विधायक सोमनाथ भारती और अमानतुल्लाह खान पर भी पहले हिंसा के मामलों में संलिप्त होने का आरोप लगाया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज दिल्ली की जनता हर दूसरे दिन दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह एवं सौरभ भारद्वाज जैसे आम आदमी पार्टी नेताओं से जानना चाहती है कि वह अपने विधायक के दबंग गोलीबाज पोतों एवं हिंसा करने वाले अन्य विधायकों पर कब तक चुप रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यह मुमकिन नहीं है कि विधायक की शह के बिना उनके परिजन युवकों ने गोली चलाई हो, इसलिए अरविंद केजरीवाल अपने विधायक मदन लाल को पार्टी से तुरंत निकालें और विधायक अब्दुल रहमान एवं अन्य विधायकों को भी विधानसभा से निष्कासित करें।