गाजियाबाद। बीते बुधवार की रात शहर में आए भयानक तूफान ने विद्युत व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। मोदीनगर क्षेत्र में तूफान के कारण कई बिजली के खंभे और तार क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे 24 घंटे बाद भी मोदीनगर लाइन और ट्रांसफार्मर हिंडन के भोपुरा दोनों क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बुधवार रात को मात्र एक घंटे के लिए बिजली चली आई थी, इसके बाद से आज सुबह तक फिर से अँधेरा पसरा रहा।
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विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता मनोज सिंह ने बताया कि तूफान में क्षतिग्रस्त हुए खंभों और तारों को जोड़ा जा रहा है, लेकिन तेज हवाओं ने बहुत से खंभों को उखाड़ दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बिजली बहाल करने के लिए टीमों को तैनात कर दिया गया है और जिस भी क्षेत्र से शिकायत मिलती है, उसे प्राथमिकता से ठीक किया जाएगा। मनोज सिंह ने कहा, “हम हर आपात स्थिति से निपटने में सक्षम हैं, लेकिन इस बार की आपदा ने व्यापक क्षति पहुंचाई है, जिसका सर्वेक्षण अभी जारी है।”
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स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बिजली का बिल देने के बाद भी उन्हें दिन-दहाड़े अँधेरे में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। मोदीनगर की शालिवाहन कॉलोनी के राकेश कुमार ने कहा, “बुधवार रात सात बजे से गुरुवार सुबह सात बजे तक बिजली पूर्णतः बंद थी। कई लोग तो अस्पताल तक नहीं पहुंच सके। हमने बिजली घर जाकर रोड जाम कर विरोध जताया और अधिकारियों से तुरंत बिजली बहाल करने की मांग की।”
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बिजली विभाग की ओर से पुरानी तारों और ट्रांसफार्मर की मरम्मत के संदर्भ में हर साल गर्मियों में ही कार्रवाई करने पर स्थानीय लोग नाराज़ हैं। अक्सर यही देखा जाता है कि आंधी-तूफान और बरसात की मौसमी घटनाओं से पहले विभाग पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान नहीं देता। स्थानीय निवासी सीमा पाठक ने सवाल उठाया, “हर साल जब आंधी आती है तब ही क्यों पुरानी मरम्मत याद आती है? विद्युत विभाग कब इन आपदाओं से सबक लेगा, ताकि भविष्य में सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो?”