मथुरा। उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष को सलाह दी है कि वें हिन्दू देवी देवताओं और धर्मग्रंथों के बारे में अनर्गल बयानबाजी करने वाले सपा विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य का मानसिक परीक्षण समय रहते करा लें, वरना यह उनके ही दल के लिये घातक सिद्ध हो सकता है।
चौधरी ने सोमवार को कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य उनके पुराने साथी रहे हैं। जब वे विधायक थे तो मौर्य लोकदल के ब्लाक अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि कभी कभी ऐसा होता है कि परिस्थितियों के कारण कोई व्यक्ति विक्षिप्त हो जाता है।मौर्य संभवतः उसी स्थिति से गुजर रहे हैं। इसलिए सपा अध्यक्ष को स्वामी प्रसाद मौर्य के दिमाग का आगरा या बरेली में परीक्षण कराना चाहिए।
गन्ना विकास मंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि नारी की सदैव पूजा की जानी चाहिए। मौर्य ने धन और एश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी पर अशोभनीय टिप्पणी की है, जो सरासर अनुचित और करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को आहत करने वाली है और इसके लिए उन्हे तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल में ही एक पोस्ट डालकर कहा था कि उन्होंने चार, आठ, 16, 20 हाथ के आदमी के बारे में न सुना न देखा है क्योंकि सामान्य बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो आंख, दो कान, दो छेदवाली नाक, सिर और पेट ही देखा है फिर चार हाथों वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती हैं। ण्लोग यदि लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो उन्हें अपनी पत्नी की भी पूजा करनी चाहिए क्योंकि वह परिवार का पालन पोषण करती हैं और सही अर्थों में लक्ष्मी हैं।
गन्ना मंत्री ने दावा किया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन रही है इसमें कोई संदेह नही है। वास्तव में चुनावों मे मोदी लहर चल रही है क्योंकि मोदी आज विश्व के सबसे बड़े सर्वमान्य नेता हैं। उन्होंने देश की जनता विशेषकर गरीबों के लिए जो जन कल्याणकारी योजनाएं चलाईं तथा जिसका लाभ भी उस वर्ग के लोगों को मिला उससे प्रभावित होकर जनता भाजपा के पक्ष में एकतरफा फैंसला करेगी। वैसे भी राजस्थान मे तो घोटाले इतने हुए हैं कि कहा नही जा सकता। वहां कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नही है।
उन्होने कहा कि जहां तक मध्य प्रदेश का सवाल है वहां की 70 प्रतिशत जनता शिवराज सिंह को मामा के नाम से पुकारती है। उन्होंने अपने प्रदेश में इतनी अधिक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाईं कि जनता उन्हें भूल नही सकती। व्यक्तिगत रूप से वे बहुत साधारण हैं। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले जब श्री चौहान गिर्राज जी की परिक्रमा कर रहे थे उनसे कुछ पीछे वे स्वयं ( लक्ष्मीनारायण चैधरी) परिक्रमा कर रहे थे। जब उन्हें शिवराज सिंह के परिक्रमा करने के बारे में पता चला तो वे स्वयं बढ़कर उनके पास गए और कहा कि कम से कम उन्हें परिक्रमा करने की सूचना तो दे दी होती तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का उत्तर था कि धार्मिक कार्यों की सूचना देने की जरूरत नही होती।