मुज़फ्फरनगर। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज व मुकदमों को लेकर जनपद मुज़फ्फरनगर के बार संघ और अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिसके चलते मुजफ्फरनगर के अधिवक्ताओं का भी लगातार हड़ताल कर हापुड़ घटना को लेकर आक्रोश दिखाया जा रहा है।
वही आज सिविल बार एसोसिएशन के दर्जनों अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही को लेकर और अपनी 5 सूत्रीय मांग को लेकर सीएम के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को सौपा। वही इस दौरान दर्जनों की संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पर अधिवक्ता प्रदर्शन करने के दौरान मोजूद रहे।
ज्ञापन के दौरान अधिवक्ताओं ने मांग की है कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हापुड़ का अविलम्ब स्थानांतरण हो और दोषी पुलिस कर्मियों जिनके द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया एवं महिला अधिवक्ताओं को भी पीटने का कार्य किया गया उन पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज हो। जहा प्रदेश भर में अधिवक्ताओं के विरुद्ध पुलिस ने मनगढ़ंत झूटी कहानी बनकर जो मुकदमे दर्ज किए हैं उन्हें वापस किया जाए। और एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर तुरंत प्रदेश में लागू किया जाए। हापुड़ के घायल अधिवक्ताओं को तुरंत मुआवजा दिया जाए।
जिला बार संघ मुज़फ्फरनगर अध्यक्ष अनिल जिंदल ने बताया कि 29 अगस्त को हापुड़ में अधिवक्ताओं के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया और हद यह हुई कि पुलिस सुरक्षा कर्मियों के द्वारा महिला अधिवक्ताओ पर भी लाठियां भांजी गई जिसमें बहुत बड़ी संख्या में अधिवक्ता एवं महिला अधिवक्ता घायल हुए व उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इस घटना की वजह से अधिवक्ता समाज में बहुत रोष है एवं पूरे उत्तर प्रदेश के वकील आंदोलित हैं वहीं पूरे हिंदुस्तान में इस घटना के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है एवं इसी सिलसिले में आज यह ज्ञापन दिया गया है जिसमें हमने मांग की है कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करके जो दोषी पुलिसकर्मी है उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए और उन्हें बर्खास्त करके जेल भेजा जाए।