नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के मुताबिक भाजपा देशभर में 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने जा रही है। देशभर के मंदिर और पूजा स्थल के आसपास के क्षेत्रों में विशेष तौर पर यह अभियान चलाया जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर, इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आगामी 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त में, सर्वार्थ सिद्धि योग में, रवि पुष्य नक्षत्र में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर श्री रामलला का प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस निमित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री ने नासिक में ऐतिहासिक कालाराम मंदिर में स्वयं स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया।
भाजपा प्रवक्ता ने पार्टी द्वारा चलाए जाने वाले अभियान की जानकारी देते हुए आगे कहा कि रविवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली में स्वच्छता अभियान का प्रारंभ करेंगे। भाजपा के सारे मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, राज्यों के मंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी, राज्यों के पदाधिकारी और सारे जनप्रतिनिधि स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेंगे।
अयोध्या में विराजेंगे श्री राम और स्वच्छ होंगे सारे मंदिर, तीर्थ और धाम की बात कहते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने राजनीतिक और आर्थिक स्वच्छता अभियान पहले ही कर दिया है। स्वच्छता अभियान के प्रति उनका समर्पण सर्वज्ञात है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता रोजाना औसतन 2 से 3 घंटे तक का समय इसके लिए देंगे और लोगों को भी प्रेरित करेंगे।
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान के लिए राज्य स्तर पर पांच सदस्यों की समिति और जिला स्तर पर तीन सदस्यों की समिति का गठन किया गया है। समाज के विभिन्न वर्गों और गणमान्य व्यक्तियों को भी स्वच्छता अभियान में आमंत्रित किया जा रहा है। कार्यकर्ता नमो ऐप पर स्वच्छता अभियान के फोटो और वीडियो अपलोड करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से 22 जनवरी को अपने-अपने घरों में दीप जलाने और दीपावली जैसा उत्सव मनाने का आग्रह किया है।
विपक्षी गठबंधन की बैठक के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन में सभी नेता एक दूसरे को टोपी पहनाने में लगे हैं, लालू यादव नीतीश को टोपी पहना रहे हैं और नीतीश लालू यादव को टोपी पहना रहे हैं। ये बेल पर घूमने वालों और जेल जाने वालों का गठबंधन है।