Sunday, May 4, 2025

शामली महोत्सव के समापन पर बही संस्कृति और साहित्य की सरिता

शामली। वी.वी. डिग्री कॉलेज के प्रांगण में आयोजित दिनांक 07 से 10 मार्च 2025 तक चलने वाले चार दिवसीय के शामली महोत्सव के चतुर्थ दिवस एवं अंतिम दिन पर ब्रह्मपाल नागर ने अपनी रागिनी के माध्यम से सुनाया की मात- पिता सा दुनिया में कोई मन्दिर आलीशान नहीं,मात पिता से ऊंचा दर्जा ले सकता भगवान नहीं, के अलावा महाकुंभ आदि पर अपनी सुन्दर रागिनी की प्रस्तुति दी। इसके बाद छोटू आर्ट ग्रुप के द्वारा 19 मटके सर पर रखकर गर्म कोयले पर नृत्य कर अनोखी प्रस्तुति के साथ आदि प्रस्तुति दिखाई।

 

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इसके उपरांत वृंदावन से गीतांजलि ग्रुप द्वारा ब्रिज की होली राधा और मंत्र मुग्ध कर देने वाली राधा और कृष्ण की जुगल जोड़ी, मयूर नृत्य आदि पर भव्य प्रस्तुति दी गई। आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे एमएलसी मोहित बेनीवाल ने रागिनी गायक ब्रह्मपाल नागर के बारे में कहा कि आप अनेकों जगह रागनी गाते हैं और आज शामली महोत्सव में आपने रागिनी के माध्यम से समाज के विषयों को रखा उनको बहुत अच्छा लगा।इस अवसर पर शामली विधायक प्रसन्न चौधरी ने शामली महोत्सव में आयोजित हुए कार्यक्रम के बारे में अपने विचार रखें।महंत पीर योगी श्री शेरनाथ जी महाराज जी ने शामली महोत्सव पर अपने विचार रखते हुए समाज के सभी लोगों पर प्रभु की असीम कृपा बनी रहने की बात कही। इसके उपरांत कवि सम्मेलन का आयोजन आयोजन हुआ। है राष्ट्र बढ़ा सारे ही धर्मों को छोड़कर।

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आओ करें प्रणाम सभी हाथ जोड़ कर। इतना तो मान रखना मेरे प्रभु मेरा,अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर।डॉ सौरभ कांत शर्मा संभल।, आपको हम जनाब कहते हैं अपनी आंखों का ख्वाब कहते हैं चुपके-चुपके जिसे पढ़ा जाए, उसको दिल की किताब कहते है। शैलेन्द्र मधुर प्रयागराज।,चिट्ठी तो लिख दिया है पता क्या लिखे बिटिया बाबुल ने शादी कर दिया मकान बेचकर डॉ अखिलेश मिश्रा (ias)।, कोई जब दिल दुखाता है तो बेटी याद आती है। बहुत ज़्यादा रूलाता है तो बेटी याद आती है।कभी बाहर से आओ तो सभी झोला टटोलेंगे, कोई पानी पिलाता है तो बेटी याद आती है। कल्पना शुक्ला । पछुआ की चले बयार सजन इस होली में।अब विरह नहीं स्वीकार सजन इस होली में। अमुआ डाली बौराए और फाल्गुन आग लगाए।टेसू केसर पिचकारी मेरे तन मन को महकाए।मुझे चढ़ने लगा खुमार सजन इस होली में। कवयित्री डॉ शुभम त्यागी मेरठ।,निगाहें झुकती सजदें में वहाँ सम्मान क्या होगा ?वतन पर जाँ लुटाने से बड़ा बलिदान क्या होगा ?

 

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सरहदों पर न्योछावर कर के खुद को बस कहा इतना।तिरंगा खुद लिपटकर नेह दे आराम क्या होगा ?उपेंद्र पाण्डेय कवि दिल्ली।, मैने कहा करो इकरार ओ बोली अभी नहीं नहीं. मेरे दर्द ए दिल का मज़ा लीजिए. निशाना दिल हमारा है.नजर टेढ़ी है क्यूं जाना।, संतोष कुमार सिंह एडीएम शामली। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुरेश राणा, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान,पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम, मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी,अपर जिलाधिकारी संतोष कुमार सिंह,अपर जिलाधिकारी न्यायिक परमानन्द झा, एसडीएम शामली विनय प्रताप सिंह भदौरिया, एसडीएम कैराना स्वप्निल कुमार यादव, एसडीएम ऊन निधि भारद्वाज, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी डॉ हरेंद्र, सहित जनपद स्तरीय अधिकारियों सहित गणमान्यों व भारी संख्या में आम जनमानस की मौजूदगी रही। मंच का सफल संचालन अनुराग शर्मा ने किया।

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