बहरामपुर। पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को प्रदेश की ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला होकर भी महिला आंदोलन से डरती हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता सरकार को अपने निशाने पर लिया। पीड़िता के परिवार वालों को डराने और धमकाने का आरोप लगाया।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मामले की असलियत उजागर नहीं हो, इसका बंगाल की मुख्यमंत्री हर संभव प्रयास करती रहेंगी। मेरी आशंका है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर बंगाल का पुलिस बल सीबीआई को मदद नहीं करेगा, क्योंकि वो नहीं चाहते कि उनकी पार्टी का भंडाफोड़ हो। चौधरी ने कहा, लोगों की नजर को भटकाने के लिए ये लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए की रिश्वत देने का प्रयास किया गया। रिश्वत देते हुए पीड़ित परिवार से ये कहा गया कि जो हुआ वो हुआ, अब रुक जाओ, मामले की जांच-पड़ताल की मांग करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, लेकिन इसके बावजूद पीड़िता के परिवार वाले न्याय की मांग कर रहे हैं।
इस घटना में कौन-कौन से दरिंदे शामिल हैं, उनका नाम उजागर हो। सत्ताधारी पार्टी के मुख्यमंत्री से जनता द्वारा न्याय की गुहार लगाना गलत बात है क्या? अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि इंसाफ की मांग को लेकर सड़क पर निकली महिलाओं को डराया-धमकाया गया और आंदोलन को वापस लेने का दबाव बनाया गया। कांग्रेस नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार की भूमिका की आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार भय का माहौल पैदा करना चाहती है।