कोषाध्यक्ष व सहसचिव पुस्तकालय के पदों पर मिले दोनों प्रत्याशियों को बराबर मत, 6-6 महीने पद पर रहेंगे
मुजफ्फरनगर। सिविल बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी वर्ष 2024 के चुनाव के लिए आज सौहार्दपूर्ण वातावरण में मतगणना हुई। मतपत्रों की गिनती के पश्चात चुनाव परिणाम घोषित किया गया, जिसमें अध्यक्ष पद पर बिजेंद्र मलिक व महासचिव पद पर सतेंद्र कुमार विजयी घोषित किए गए हैं।
सिविल बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी वर्ष 2024 के चुनाव के लिए बीते दिवस मतदान हुआ था, जिसमें कुल 360 मतदाता अधिवक्ताओं में से 331 मतदाताओं ने मतदान किया था। मुख्य चुनाव अधिकारी सैयद जैगम मियां जैदी, चुनाव अधिकारी मुकेश कुमार त्यागी व विजेंद्र प्रताप एडवोकेट की देखरेख में आज सुबह दस बजे से मतपत्रो की गिनती शुरू हुई।
देर शाम परिणाम घोषित कर दिया गया, जिसमें सिविल बार एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के चुनाव में अध्यक्ष पद पर बिजेन्द्र सिंह मलिक विजयी घोषित कर दिए गए, बिजेन्द्र मलिक को 189 मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी मनोज शर्मा को 138 मत मिले। महासचिव पद हेतु सतेन्द्र कुमार विजयी घोषित किए गए, जिसमें सतेन्द्र कुमार को 173 मत मिले, जबकि सुनील मित्तल 154 मत लेकर दूसरे स्थान पर रहे।
उपाध्यक्ष पद पर अशोक कुशवाहा 168 मत लेकर विजयी हुए, जबकि मदन मोहन त्यागी को 154 मत मिले है। सहसचिव प्रशासन पद हेतु प्रवीर कुमार संगल 164 मत लेकर विजयी रहे, मानसी शर्मा 159 मतो के साथ दूसरे स्थान पर रही।
कोषाध्यक्ष पद पर कपिल कुमार गुप्ता व सुधीर कुमार गुप्ता को बराबर मत मिले, इसलिए दोनों को 162-162 मत मिलने के कारण छ:-छ: महीने काम करने की जिम्मेदारी दी गई। सह सचिव पुस्तकालय पद हेतु कु. नुपुर व सुषमा वर्मा को भी बराबर बराबर मत मिले हैं, इसलिए दोनों 163-163 मत मिलने के कारण छ:-छ: महीने इस पद पर काम करेंगी।
इसी प्रकार वरिष्ठ सदस्य पद पर अभिषेक खन्ना, आनंद कुमार, रंजना देवी, अर्जुन सिंह, कपिल सैनी विजयी हुए, जबकि राखी त्यागी व महेन्द्र जैन बराबर-बराबर मत मिलने के कारण 6-6 महीने अपने पद रहेंगे। कनिष्ठ सदस्य पद हेतु अभिषेक पाल, ध्रुव कुमार मित्तल, प्रवीण कुमार, पूजा उपाध्याय, रूपांकर गुप्ता विजयी घोषित किए गए हैं। छठे कनिष्ठ सदस्य के पद पर मीनाक्षी रानी व निर्मला मित्तल को बराबर-बराबर 158-158 मत मिले हैं, इसलिए दोनों 6-6 महीने के लिए कनिष्ठ सदस्य के रूप में कार्यकारिणी में काम करेंगे। चुनाव परिणाम के बाद अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर व माला पहनाकर खुशी जताई।