हरदोई। सांसद अशोक रावत की नाराजगी उपजिलाधिकारी बिलग्राम को महंगी पड़ गई । उनको उप जिलाधिकारी बिलग्राम से हटाकर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात कर दिया गया।
बिलग्राम के उप जिलाधिकारी नारायण सिंह ने नगरपालिका अध्यक्ष शपथ ग्रहण समारोह में सांसद अशोक रावत का इंतजार किए बगैर नवनिर्वाचित अध्यक्ष व सभासदों को शपथ दिला दी थी । इस पर सांसद ने भारी नाराजगी जताई थी उन्होंने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने के साथ ही उप जिलाधिकारी के इस व्यवहार पर उन्हें कड़ी फटकार लगाई थी। शपथ ग्रहण समारोह में भरे मंच पर उन्होंने उप जिलाधिकारी के इस व्यवहार को अत्यंत निंदनीय बताया था। इसी नाराजगी का परिणाम बुधवार को उन्हें झेलना पड़ा।
जिलाधिकारी एम पी सिंह ने उन्हें उप जिलाधिकारी बिलग्राम से स्थानांतरित कर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट बना दिया है। इस स्थानांतरण की चर्चा जिले में जोरों पर है। अब संजीव ओझा को बिलग्राम का उप जिलाधिकारी बनाया गया है। अभी तक वह मुख्यालय पर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य देख रहे थे।
इससे पूर्व भी बिलग्राम में तैनात रहे श्री सिंह की कार्यप्रणाली को लेकर कई बार लोगों ने सवालिया निशान लगाए हैं। कई बार वह सुर्खियों में आए। अंत में सांसद के साथ किए गए इस व्यवहार के चलते उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।