लखनऊ- उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को जनपद आजमगढ़, चित्रकूट, मिर्जापुर, मुजफ्फरनगर एवं गोरखपुर के दुग्ध संघों के महाप्रबंधकों को तरल दुग्ध बिक्री में कमी होने पर सख्त चेतावनी दी । मंत्री धर्मपाल सिंह पीसीडीएफ सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर रहे थे।
पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी 754 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार, ईडी ने की बड़ी कार्रवाई
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि झांसी के महाप्रबंधक को डेयरी प्लाण्ट के कार्यों में नियमानुसार बजट व्यय न करने पर कार्यवाही करते हुए माह अप्रैल का वेतन रोका जाये एवं चार्जशीट दाखिल किया जाये। प्रत्येक सप्ताह दुग्ध संघों के कार्यों की मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जाए। पराग के लाभ में न आने और हानि होते रहने पर पीसीडीएफ के अधिकारी और दुग्ध संघों के महाप्रबंधक इसका नुकसान वहन करेंगे और पूरी तरह जिम्मेदार होंगे।
दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव के. रविन्द्र नायक ने कहा कि दुग्ध समितियों एवं पराग बूथों की संख्या बढ़ाये जायेगें। पराग के उत्पादों को ऑनलाइन डिलीवरी कम्पनियों के माध्यम से वृहद रूप से जनता के बीच किया जायेगा। समितियों के गठन पुनर्गठन, नन्दबाबा दुग्ध मिशन, दुग्ध परिवहन में व्यय, दुग्ध उपार्जन, तरल दुग्ध विक्री, मिल्क बूथ, संचालित मिल्क बूथों को कामर्शियल मॉडल पर चलाये जाने, डेयरी प्लाण्ट की उपयोगिता क्षमता पर कार्य करते हुए लाभ-हानि की समीक्षा होती रहेगी। बैठक में पीसीडीएफ के समन्वयक डॉ. मनोज तिवारी, डॉ. संजय भारती, नयनतारा, डेलॉयट के प्रतिनिधिगण एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।