नई दिल्ली। ‘आप’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा ने वोटों की चोरी करके दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या की और फर्जी तरीके से अपने मेयर को निर्वाचित घोषित किया।
उन्होंने कहा कि इससे भाजपा का काला चिट्ठा खुलकर सबके सामने आ गया है कि भाजपा अलग-अलग तरीके से लोकतंत्र की हत्या करने का अभियान चला रही है। जिस तरह से वीडियो में भाजपा के लिए काम कर रहा चुनाव अधिकारी पकड़ा गया। उससे यह पता चलता है कि भाजपा अपनी सरकार बनाने, चुनाव जीतने और अपना मेयर बनाने के लिए किसी भी हद तक जाकर लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू हो चुकी है। इस अलोकतांत्रिक कार्य के बाद लोगों के मन में भाजपा को लेकर जो सवाल और शंकाएं उठ रहे थे, वह सब सच साबित होने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस तरह से पुलिस फोर्स को आम आदमी पार्टी के कार्यालय में बिठा दिया, उससे ऐसा लग रहा है कि यह आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन नहीं, बल्कि पुलिस का प्रदर्शन चल रहा है। भाजपा की स्थिति यह है कि हम चोरी भी करेंगे और आपको बोलने भी नहीं देंगे। हर तरफ से आवाज को कुचलने की कोशिश हो रही है। दिल्ली में जगह-जगह पर हजारों कार्यकर्ताओं को रोका जा चुका है।
राजौरी गार्डन, जनकपुरी, बिजवासन, कृष्णा नगर के विधायकों के साथ विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को हाउस अरेस्ट किया जा चुका है। वहीं, एमसीडी में आम आदमी पार्टी के डिप्टी मेयर समेत हरि नगर, लक्ष्मी नगर, आरके पुरम, बादली, मोती नगर, त्रिनगर, तिमारपुर, सीमापुरी के पार्षद हाउस अरेस्ट हो चुके हैं। चारों तरफ पुलिस आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को ढूंढ रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों को रोकने के लिए पुलिस ने दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स को लगा दिया गया है।
गोपाल राय ने कहा कि पुलिस ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस के अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है कि यह हाउस अरेस्ट क्यों किया जा रहा है, जगह-जगह गिरफ्तारियां क्यों की जा रही है। बीजेपी मुख्यालय पर हम पहली बार प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पर पहली बार कार्यक्रम नहीं हो रहा है, लेकिन फिर भी बीजेपी को इतना डर क्यों लग रहा है। क्योंकि, चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी के लोकतंत्र की हत्या करने का षड्यंत्र सब लोगों के सामने एक्सपोज हो गया है।
अब भाजपा डर रही है कि ये सच कहीं देशभर के लोगों के सामने न आ जाए, इसलिए प्रदर्शन को रोकने की कोशिश कर रही है। हालांकि, इससे पहले यह सवाल देश की जनता के मन में उठ चुका था, जब महाराष्ट्र में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिरा करके, विधायकों को डरा-धमका कर, खरीद कर और लोकतंत्र की हत्या करके भाजपा खुद की सरकार बनाई थी। बिहार में भी दबाव में लेकर सत्ता पलट दिया गया। झारखंड में गिरफ्तारी के बाद बहुमत का पत्र राज्यपाल को सौंपने के बावजूद भी सरकार शपथ का इंतजार करती रही।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में भाजपा विपक्ष की सरकार और विपक्ष के नेताओं को खत्म करने की कोशिश कर रही है, उनको गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है और जहां नए चुनाव हो रहे हैं, वहां जीतने के लिए हथकंडे अपना रही है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के इंडिया गठबंधन के पास 20 पार्षद थे, लेकिन फिर भी वह चुनाव हार गई। वहीं, जिनके पास बहुमत नहीं था, वह पार्टी जीत गई। जिस तरह का खेल बीजेपी खेल रही है, यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय लिखा जा रहा है और जनता इसको कभी माफ नहीं करेगी।
पुलिस से निवेदन करते हैं कि इस गैरकानूनी कार्रवाई के लिए स्पष्टीकरण दिया जाए और जिन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है उनको छोड़ा जाए। शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए। पुलिस का काम कानून व्यवस्था को मेंटेन करना है, अराजकता फैलाना नहीं है। लेकिन पुलिस आम आदमी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं को अराजकता फैलाने के लिए उकसा रही है।