जयपुर | राजस्थान में पिछले चुनाव में कांग्रेस के महज 0.5 फीसदी मतों के अंतर से सत्ता से बाहर हुई भाजपा ने इस बार चुनाव जीतने के लिए ‘फुलप्रूफ’ योजना तैयार की है।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी वोटर कनेक्ट की नीति पर काम कर रही है। चुनाव तक राजस्थान में भाजपा की तरफ से वोटर कनेक्ट के लिए अलग-अलग कैंपेन चलाए जाएंगे। डॉक्टर, इंजीनियर और सीए जैसे पेशेवर पार्टी से जुड़ेंगे तो पहली बार 1000 महिलाओं को महिला मतदाताओं से जोड़ने के लिए अन्य क्षेत्रों में भेजा जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी ने 1126 मंडल, 8392 शक्ति केंद्र, 51187 बूथ स्तर पर अपनी टीमें लगा दी हैं। मतदाताओं को भाजपा से जोड़ने के लिए अब कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेंगे।
संगठन स्तर पर बन रहे चुनाव संबंधी कार्यक्रमों में मुख्य फोकस मतदाताओं तक पहुंचकर उन्हें भाजपा से जोड़ने पर है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि चुनाव तक भाजपा अलग-अलग कैंपेन चलाएगी।
1. सामाजिक अभियान : समाजों की मदद के प्रयास
इस अभियान के तहत भाजपा की टीमें ऐसे संगठनों से संपर्क करेंगी जो सामाजिक स्तर पर मौजूद हैं। इसमें छोटे से लेकर बड़े सभी संगठनों पर फोकस किया जाएगा। भाजपा नेताओं का कहना है कि कई सामाजिक संगठन ऐसे हैं जिनका राजनीतिक तौर पर ज्यादा जुड़ाव नहीं है। इनकी मौजूदगी पूरे राज्य में नहीं है, लेकिन कुछ खास क्षेत्रों में इनका अपना प्रभाव है। ऐसे समाजों और जातियों के लगातार संपर्क में रहने से उन्हें भाजपा से जोड़ा जाएगा।
2. महिला प्रवासी अभियान : महिला मतदाताओं पर फोकस
इस अभियान का मकसद पूरी तरह से महिला वोटरों पर फोकस करना है। केंद्र सरकार की महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। महिला हितग्राहियों से लगातार संपर्क किया जाएगा। महिलाओं को घर-घर संपर्क कर पार्टी से जोड़ा जाएगा।
2019 के बाद भाजपा का पूरा फोकस ऐसे वोटर्स पर है जो 18 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं. इसके लिए नया मतदाता संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा नए जोड़े गए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव से पहले उनसे लगातार जुड़े रहेंगे और बार-बार संपर्क करेंगे।भाजपा की योजना बूथ और मंडल स्तर पर नए मतदाता सम्मेलन आयोजित करके युवा मतदाताओं पर अपनी पकड़ मजबूत करने की भी है।
3. विस्तारक अभियान : लोकसभा चुनाव तक हर सीट की जिम्मेदारी
सभी विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे नेताओं को विस्तारक के रूप में तैनात किया जा रहा है जो पार्टी के लिए पूरा समय काम कर सकें। विस्तारक के रूप में ये नेता पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव तक संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में रहेंगे।
विस्तारकों को बूथ समिति से मंडल स्तर तक टीमों के सत्यापन के साथ विधानसभा क्षेत्र में पार्टी मुख्यालय से प्राप्त कार्यक्रमों को लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही संगठन को क्षेत्र के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों के बारे में लगातार अपडेट देने वाली रिपोर्ट तैयार करने का काम दिया गया है।
4. हितग्राही संपर्क अभियान : महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग टीम गठित
इस अभियान में मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वाले लाभार्थियों की सूची बनाई जा रही है। घर-घर जाकर लाभार्थियों से संपर्क कर उन्हें बताया जाएगा कि केंद्र की मोदी सरकार आपको यह लाभ दे रही है। भाजपा ने पुरुष और महिला लाभार्थियों से संपर्क करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है।
कोशिश है कि ऐसे प्रभावशाली लोगों से संपर्क करें जो 50 से 100 वोटरों को प्रभावित कर सकें। इसमें बड़े संस्थानों से जुड़े प्रभावशाली लोग, सामाजिक, व्यापारिक क्षेत्रों से जुड़े लोग और एनजीओ जैसे संगठनों के संचालक शामिल हैं। भाजपा प्रभावशाली लोगों से संपर्क करने और ऐसे मतदाताओं को अपने पक्ष में बदलने की कोशिश कर रही है, जो अभी तक पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं।
5. प्रबुद्ध जनसम्मेलन
वकील, डॉक्टर, शिक्षक, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे पेशों से जुड़े लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए अलग-अलग सम्मेलनों की रणनीति बनाई गई है। प्रबुद्ध वर्ग को जोड़ने के लिए भाजपा पहले से ही सक्रिय है। इस वर्ग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रदेश स्तर पर पार्टी में एक प्रबुद्ध जन प्रकोष्ठ का भी गठन किया गया है, जिसके माध्यम से इन वर्गो में पैठ बनाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
6. विशेष संपर्क अभियान : भाजपा उन लोगों से संपर्क कर समर्थन हासिल करने की रणनीति पर काम कर रही है जो पार्टी के वोटर नहीं हैं. ऐसे लोगों के बीच विशेष संपर्क अभियान के जरिए भाजपा पैठ बनाएगी।
महिलाओं पर विशेष फोकस के साथ भाजपा ने इस बार पहली बार महिला प्रवासी योजना पर काम शुरू किया है। इसके लिए 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की 1000 महिलाओं को मैदान में उतारा जाएगा।