-डॉ० घनश्याम बादल
फरवरी से सी बी एस ई की बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई हैं । बोर्ड की परीक्षा देने में छात्रों के पसीने छूटते ही हैं । बोर्ड की परीक्षा विचार आते ही बच्चों में भय की सिहरन दौड़ जाती है । बच्चे ही नहीं मां – बाप तक परेशान हो जाते हैं ।
अब ऐसे में परीक्षार्थी सेाच रहे होगें कि परीक्षा की वैतरणी कैसे पार की जाए । तो डरिए मत और जानेे परीक्षा में कैसे और क्या करना है,
,बढ़ता ‘एग्जाम फीवर :
जैसे- जैसे परीक्षा का समय पास आ रहा है बच्चों में ‘एग्जाम फीवर बढ़ता जा रहा है । देश भर में मनोवैज्ञानिकों, स्कूलों, शोधसंस्थानों व सामाजिक संस्थाओं के कितने ही उपाय करने के बावजूद भी परीक्षा का डर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है । खुद प्रधानमंत्री तक ‘एग्जाम वॉरियर ’के माध्यम से विद्यार्थियों की हिम्मत बढ़ाने में लगे हैं। पर परीक्षाभय जाने का नाम नहीं ले रहा है ।
परीक्षा भय के कारण:
परीक्षा का भय किशोरों में मानसिक तनाव का कारण बना हुआ है । लंबे समय से परीक्षा का भय नन्हे मुन्नों की नींद व चैन छीनता रहा है । आइए देखते हैं वे मुख्य कारण जो इसके लिए जिम्मेदार हैं।
तनाव क्यों :
परीक्षा की वजह से तनावग्रस्त व बीमार हो जाने , फ्रस्ट्रेशन के शिकार हो जाने के लक्षण सबसे ज्यादा एडोलोसेंट्स विशेषकर 13 से 17 साल तक के बच्चों में ज्यादा देखे गए हैं । माता पिता का डर, साथियों का दबाव , दूसरे सहपाठियों से तुलना व प्रतिद्वन्दिता , स्कूलों की अस्वस्थ शिक्षा प्रणाली, टीन एज मानसिकता , उच्च कक्षाओं में मनमाफिक स्कूल या विषयों में प्रवेश पाने का तनाव जैसे कई कारण हैं परीक्षाभय के पीछे।
क्या करें ?
यदि थोड़ी सी सावधानी बरतें व मां बाप बच्चों के साथ मित्रवत् व्यवहार करें तों उन्हे भारी तनाव से बचाया जा सकता है ।आईये विचार करते हैं कुछ ऐसी छोटी छोटी बातों पर जिनसे परीक्षा पास कर सकते हैं और अनावश्यक तनाव से भी बच सकते हैं । इन बातों पर गौर करें उन्हे अपनाएं और
सफलता सूत्र :
अपने मन से यह बात पूरी तरह से निकाल दें कि परीक्षा कोई खौफनाक चीज है । भई, परीक्षा तो आपने जो साल भर पढ़ा है बस उसे परखने का एक जरिया मात्र है । जब आपने अच्छी तैयारी की है तो डर कैसा ? और नहीं कर पाए तो जितनी हो सके उतनी कर लें । परीक्षा से करीब एक घंटे पहले पढ़ना बंद कर दें , परीक्षाकक्ष या उसके बाहर परीक्षा की बात न ही करें तो बेहतर है। इस समय में बेतकल्लुफ हो जाएं । मानकर चलें आपको सब कुछ आता है । आत्मविश्वास परीक्षा पास करने व अच्छे अंक लाने का सबसे बड़ा सफलता सूत्र है ।
कौन सी पुस्तकें पढ़ें :
परीक्षा तैयारी हेतु अपना अध्ययन मानक पुस्तकों से करें , खास तौर पर एन सी आर टी या सी बी एस सी की पुस्तकों में दी गई जानकारी को ही उपयोग में लाएं । बाजारु नोट्स, कुन्जी, गाईड या दूसरी षार्टकट उत्तरों वाली पुस्तकों से बचें , हां , अच्छे प्रकाषनों और विस्तृत व प्रामाणिक पुस्तको को भी अपना सकते हैं ।
कैसे बनाएं नोट्स:
यदि अच्छे अंक व ग्रेड़ लाने हैं तो गहन व विस्तृत अध्ययन ही एक मात्र रास्ता है , समय कम है तो अपने नोट्स बनाकर पढ़ना ज्यादा फलदायी हो सकता है । नोट्स बनाने के लिए चाहें तो अपने कोड़वर्ड़ बनाकर संक्षिप्त बिंदु भी तैयार कर सकते हैं । जैसे अंग्रेजी में फिगर्स ऑफ स्पीच के लिए शैंपू ( SHAMPOO) जैसे एक्रोनिम तैयार कर सकते हैं । हां , घबराहट पर काबू रखें इससे किसी भी समस्या का हल नहीं निकलता उल्टे याद किया हुआ भी भूल सकते हैं ।
कैसे बचें तनाव से :
मन को तनाव , बेचैनी , व्यग्रता और दुश्चिंता से बचायें , एकाग्रता लायें। जब कुछ समझ में न आ रहा तो थोड़ा प्राणायाम करें , आंख बंद कर सोचें , लंबे लंबे सांस लें व पानी पिएं खुद को थोड़ा आराम दें मदद मिलेगी और इससे स्मरणशक्ति भी बढ़ेगी ।
कैसा हो खान- पान :
खानपान पर पर्याप्त ध्यान दें । खाना पीना न छोंड़े । ज्यादा तला भुना खाने से बचें तरल पदार्थो ज्यादा से ज्यादा का सेवन करें फल व मेवे खाएं । कब्ज से खास तौर पर बचें । भूख कदापि न मारें इससे कमजोरी आ जाएगी ओर कमजोर होकर आप कैसे लड़ेंगें परीक्षा से ? परीक्षा के दौरान मैंगनीज , पोटेशियम , मैगनिशियम व बी 1 , बी 12 तथा बी 5 तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थ खाएं । इनमें कच्चे फल , सलाद , अखरोट , बादाम व जूस का आधिक्य रखें । पर एक बार में बहुत ज़्यादा कदापि न खाएं इससे नींद व आलस्य बढ़ सकता है । भले ही कई बार खाना पड़े पर बिना खाए न रहें ।
खेल , व्यायाम व योग भी :
कुछ देर अपनी पसंद का खेल खेलें या व्यायाम करें , इससे तन – मन दोनों ही स्वस्थ रहेंगें जब थक जाएं तो ताजी हवा में थोड़ा घूम ले।