सीतारमण ने की वित्त, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अधिकारियों के 'चिंतन शिविर' की अध्यक्षता
नयी दिल्ली / हम्पी- केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कर्नाटक में विजयनगर ज़िले के हम्पी में आयोजित वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के दो दिवसीय चिंतन शिविर के पहले अधिकारियों से विकास की वास्तविकताओं से जुड़े रहने की जरूरत पर बल दिया।
मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा भी उपस्थित रहे। श्रीमती सीतारमण ने शिविर के पहले दिन अध्यक्षीय संबोधन में विजयनगर क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला। यह क्षेत्र लगभग 500 वर्ष पूर्व अपने उत्कर्ष पर था और उस समय इसकी कीर्ति पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में दिखाई देती है। उन्होंने विजयनगर जिले में इस समय उपस्थित विरोधाभास की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और कहा कि यहां जहां तरफ भव्य स्मारकों के साथ-साथ सूखा-प्रवण क्षेत्र देखे जा सकते हैं, जिनमें कृषि उत्पादकता कम है, मानव–वन्यजीव संघर्ष जैसी चुनौतियां भी विद्यमान हैं।
वित्त मंत्री ने आधुनिक समय में विकास की वास्तविकताओं से जुड़े रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
चिंतन शिविर में वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के सभी सचिव, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी ) तथा केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष, भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार सहित वित्त मंत्रालय, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय और उनसे संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं।
इस शिविर में ‘एआई, व्यवसाय सुगमता एवं विकसित भारत के लिए वित्तपोषण’ विषयक सत्र में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), प्रौद्योगिकी-सक्षम प्रणालियों और प्रक्रिया सुधारों के उपयोग के माध्यम से संस्थागत क्षमता और नीति-निर्माण को सुदृढ़ करने पर चर्चा की गयी। विज्ञप्ति के अनुसार इस दौरान विचार-विमर्श में प्रक्रियाओं का सरलीकरण, नियामकीय स्थायित्व , विभागों के बीच समन्वित कार्यप्रणाली, धन के कुशल प्रवाह, भविष्यान्मुखी कर प्रशासन, स्वस्थ विकास संबंधी परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के तरीकों , तथा पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग जैसे विषय भी शामिल थे।
