मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग और बाबू जगजीवन राम शोध पीठ के संयुक्त तत्वावधान में बाबू जगजीवन राम की जयंती के उपलक्ष्य में ‘भारतीय राजनीति में बाबू जगजीवन राम का अवदान’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान, संकायाध्यक्ष कला एवं निदेशक अकादमिक, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ ने की।
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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा, आचार्य राजनीति विज्ञान विभाग रहे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सुश्री आयुषी केतकर, सहायक आचार्य, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय रहीं। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. देवेंद्र कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मुनेश कुमार, सहायक आचार्य राजनीति विज्ञान विभाग ने किया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा ने बाबू जगजीवन राम के जीवन का विस्तृत परिचय देते हुए भारतीय राजनीति में योगदान को चिन्हांकित किया। सुश्री आयुषी केतकर जी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान बाबू जगजीवन राम के नेतृत्व और भूमिका पर प्रकाश डाला।
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कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने अध्यक्ष उद्बोधन देते हुए बाबू जगजीवन राम की राजनीतिक नेतृत्व कुशलता और उनकी प्रशासनिक क्षमताओं पर प्रकाश डाला। आपने कहा कि बाबू जगजीवन राम भारतीय राजनीति के ऐसे नायक हैं जिन्होंने लगभग आधी शताब्दी तक राजनीतिक नेतृत्व किया। विभाग के सभी शिक्षकों डॉ. जयवीर सिंह, डॉ. सुषमा रामपाल, डॉ. भूपेंद्र सिंह, डॉ. देवेंद्र कुमार, डॉ. रवि कुमार, सुश्री इशिता पांडेय एवं समस्त कर्मचारीगणों गगन और श्री पवन, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों का सहयोग एवं उपस्थिति रही। रिपोर्ट लेखन रजत और पुष्पेंद्र ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।