सहारनपुर। डिस्ट्रिक्ट सहारनपुर केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन की बैठक में थोक दवा व्यपारियों के फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाये जाने का विरोध किया गया और चेताया गया कि ड्रग विभाग ने इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं लिया, तो वह धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
कोर्ट रोड स्थित एक होटल के सभागार मंे आयोजित डिस्ट्रिक्ट सहारनपुर केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन की बैठक मे दवाईयो के कारोबर मे दलालो की भूमिका को लेकर विचार-विमर्श किया गया और दलालांे के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की गई। डिस्ट्रिक्ट सहारनपुर केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष विजय सैनी ने ड्रग पोर्टल और थोक व फुटकर बन रहे लाइसेंस की कमियों को उजागर किया।
जिला महामंत्री सुनील ठाकुर ने बताया कि अगर किसी को थोक लाइसेंस बनवाना होता है, तो उस में फार्मेसिस्ट की अवश्यकता होती है या फिर उस व्यक्ति के द्वारा थोक ओषधि की दुकान पर कार्य किया हो और उसके द्वारा उस प्रतिष्ठान से अनुभव लिया हो, जिसमे 10वीं 12वीं क्लास तक योग्यता वाले व्यक्ति को 4 वर्ष तक कार्य और स्नातक के लिए एक वर्ष के कार्य का अनुभव लेने के अनुभव प्रमाण पत्र लेना होता है, तब ही वह थोक का लाइसेंस ले सकता है। लेकिन कुछ दलाल ऐसे है, जो किसी का दवा व्यापार से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है, वो लोग थोक दवा व्यापारियों के फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना रहे है और मोटी रकम वसूल रहे है। अभी संज्ञान में आया है कि कुछ दवा व्यापारियों के प्रतिष्ठान के अनुभव प्रमाण पत्र दस्तावेज लगा कर लाइसेंस जारी हुये है।
जिलाध्यक्ष विजय सैनी ने कहा कि अगर ड्रग विभाग ने इस गंम्भीर विषय को संज्ञान मे नहीं लिया, तो दवा व्यापारी इस के लिए धरना या आंदोलन के लिए बाध्य होगा, जिसका जिम्मेदार ड्रग विभाग होगा। बैठक मे चेयरमेन ग्रीश तलवार, रिटेल चेयरमेन नवीन खुराना, मनोज सचदेवा, कवलजीत सिंह, सन्नी अरोडा, विपिन ठाकुर, ललित दिक्षित, पंकज ढींगरा, विवेक शर्मा, यश शर्मा, अनिल गुप्ता, दीपक खरबन्दा, नितिन गोयल, मुकेश चौधरी, नरेश अग्रवाल, सौरभ खुराना, अंबरीश राणा, नीरज कामरा, देवेंद्र वत्स, संजय शर्मा, आदि दवा व्यापारी मौजूद रहे।