बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है, लेकिन कांग्रेस को मर्यादा में रहना शायद पसंद नहीं है। यही कारण है कि कांग्रेसी नेता अक्सर आपस में ही भिड़ जाते हैं। नया और ताजा मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में देखने को मिला। जहां मैग्नेटो मॉल के बाहर कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए।
बड़े कांग्रेसी नेता के स्वागत सत्कार में लगे दो गुट आपस में बैनर पोस्टर और वर्चस्व की लड़ाई को लेकर अक्सर झगड़ा किया करते थे। यह मनमुटाव शब्दों तक सीमित था। लेकिन शुक्रवार की देर शाम यह मारपीट में तब्दील हो गया ।मैग्नेटो मॉल के सामने मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले नितेश सिंह ठाकुर जो कि मस्तूरी ब्लाक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है, उसने कांग्रेस के ही यूथ विंग में महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल रहे विश्वजीत अनंत के साथ ना सिर्फ अभद्र व्यवहार किया बल्कि गाली गलौज करते हुए उसे कार से बाहर खींच निकाला और बीच सड़क उसकी जमकर पिटाई कर दी।
मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। चोट इतनी गंभीर थी कि विश्वजीत को तत्काल प्रभाव से बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ विश्वजीत के सपोर्टर यूथ कांग्रेस के नेताओं ने सिविल लाइन थाने के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इनमें राजू यादव और बिल्हा ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारी सुनील साहू ने मारपीट करने वाले दूसरे गुट के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग की ।लेकिन पुलिस ने सामान्य मारपीट के मामले की तरह काउंटर रिपोर्ट लिखाने के लिए दोनों पक्षों पर दबाव बनाया ।इस बात से नाराज कांग्रेसी नेताओं ने थाने के बाहर ही बैठकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान बड़े कांग्रेसी नेता नदारद रहे। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने पुलिस के अधिकारियों को फोन पर संपर्क कर इसकी जानकारी लेनी चाहिए। नेताओं को बचाने और संरक्षण देने के उद्देश्य पुलिस पर दबाव भी बनाया, लेकिन थाने के बाहर बैठे इन प्रदर्शनकारियों ने उनका पूरा खेल बिगाड़ दिया। वहीं देर रात विश्वजीत अनंत के समर्थन में जितेंद्र बंजारा और अन्य साथी एक बार फिर सिविल लाइन थाने पहुंचे और आरोपी नितेश सिंह के खिलाफ 307 और एस्ट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के लिए मांग की। फिलहाल आरोपित कांग्रेस नेता के खिलाफ मामला पुलिस ने दर्ज नहीं किया है।
थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया अपराध की प्रकृति और मेमो के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। इस मामले में जानकारी मिली की मस्तूरी क्षेत्र के इन दो गुटों पहले भी विवाद हो चुका है। पिछली बार विश्वजीत अनंत और अन्य साथियों ने नितेश सिंह के समर्थक सुनील पटेल की पिटाई कर दी थी। इसके बाद दोनों गुटों में रंजिश चल रही थी।