गाजियाबाद। इंदिरापुरम के हैबिटेट सेंटर पर नगर निगम की टीम ने सील लगा दी है। निगम की टीम हैबिटेट सेंटर पहुंची और सीलिंग की कार्यवाही की। इस दौरान व्यापारियों ने निगम की टीम का विरोध किया। लेकिन निगम के सुरक्षा दस्ते के आगे आने पर व्यापारी पीछे हट गए।
इंदिरापुरम के हैंडओवर होने के बाद नगर निगम ने व्यवस्था संभाल ली है। इसी कड़ी के तहत निगम ने टैक्स वसूली की प्रक्रिया भी शुरू की है। वसुंधरा जोन प्रभारी सुनील कुमार राय ने बताया कि इंदिरापुरम हैबिटेट सेंटर पर निगम का करीब 1.50 करोड़ रुपया बकाया है। उन्होंने बताया कि बकाया को लेकर कई बार नोटिस जारी की गई थी। लेकिन इसके बाद भी रुपया जमा नहीं किया गया है। सोमवार को हैबिटेट सेंटर को सील कर दिया गया है।
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जीडीए ने जिस समय इंदिरापुरम निगम को हस्तांतरित किया था उस दौरान भवन स्वामियों पर 95.42 करोड़ रुपये अनुरक्षण शुल्क बकाया था। जीडीए ने बकायदारों की सूची निगम को सौंपी थी। निगम ने बकायदारों को नोटिस जारी किए थे। नोटिस जारी करने के बाद निगम ने वसूली प्रक्रिया में तेजी दिखाई है।
इंदिरापुरम अहिंसा खंड में स्थित हैबिटेट सेंटर अपने आप में एक शानदार और मनोरंजन केंद्र है। जहां पर शॉपिंग से लेकर पारंपरिक रोड प्ले और सेलिब्रिटी इवेंट, जिमिंग से लेकर खाने-पीने और मनोरंजन तक, इंदिरापुरम हैबिटेट सेंटर में उपलब्ध है। इसमें बिस्ट्रो और रेस्तरां की एक श्रृंखला है। जिसमें पारंपरिक मनोरंजन कार्यक्रमों के लिए एम्फीथिएटर उपलब्ध है। इंदिरापुरम हैबिटेट सेंटर में बेकर स्ट्रीट के अलावा कई अन्य रेस्तराँ थीम-आधारित भोजन का अनुभव प्रदान करते हैं।