गाजियाबाद। गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। व्यक्ति के बेटे की मौत होने के बाद धोखाधड़ी करने वाले शख्स ने उसे सरकार से मुआवजा दिलाने के नाम पर आधार, पैन कार्ड और सारे दस्तावेज ले लिए और उसके बाद 8,45,000 रुपये का लोन उसके नाम पर करवा दिया। जिसकी जानकारी व्यक्ति को नहीं थी।
बाद में जब बैंक से रिकवरी टीम उसके घर वसूली करने पहुंची तब उसके वह इस बात का पता चला। पुलिस के पास जाकर उसने कई बार गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने इस मामले की सुध नहीं ली। इसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने घर के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ पोस्टर लगा दिया।
पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तो पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच में जुट गई। मिली जानकारी के मुताबिक मोदीनगर के जगतपुरी कॉलोनी निवासी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इसके बाद मुकेश कुमार ने इसकी शिकायत मोदीनगर पुलिस सहित उच्च अधिकारियों से की और कार्रवाई की अपील की। कार्रवाई न होने पर मुकेश को अपने घर के बाहर मकान बेचने का इश्तिहार लगाना पड़ा। इसके बाद पुलिस प्रशासन नींद से जागा और जांच में जुट गई।
दरअसल, मोदीनगर स्थित जगतपुरी कॉलोनी निवासी मुकेश कुमार के पुत्र की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी थी। उन्हें एक व्यक्ति जिसका नाम मोहन है उसने बताया कि आपके बेटे की मृत्यु के मुआवजे के लिए सरकार द्वारा दो लाख रुपये दिए जाएंगे। जिसके बाद मोहन ने मुकेश से आधार कार्ड और पैन कार्ड ले लिए। कुछ दिन बाद मुकेश को 50 हजार रुपये भी दे दिए और डेढ़ लाख रुपये बाद में देने का वादा किया।
लेकिन, बाद में डेढ़ लाख रुपए मोहन के द्वारा नहीं दिए गए। आर्थिक स्थिति खराब हो जाने पर मुकेश ने बैंक में समूह लोन के लिए आवेदन किया। लेकिन, बैंक कर्मचारियों ने मुकेश को बताया कि उसके ऊपर पहले से ही 8.45 लाख का लोन चल रहा है। जिसकी वसूली के लिए कुछ दिन बाद बैंक के कर्मचारी मुकेश के घर आ धमके।
इसकी शिकायत जब मुकेश ने मोहन से की तो मोहन ने स्वीकार किया कि उसी ने 8.45 लाख रुपये का लोन बैंक से उसके नाम पर लिया है। पैसा लौटाने के नाम पर उसने मुकेश और उसकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी। इसकी शिकायत मुकेश ने थाना मोदीनगर सहित तमाम उच्च अधिकारियों से की। लेकिन कार्रवाई ना होता देख और बैंक के द्वारा रिकवरी का बार-बार नोटिस आने के पश्चात मुकेश को अपने घर के बाहर मकान बेचने का इश्तिहार लगाना पड़ा।
इश्तिहार लगने की सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को मिली और एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी मोहन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।