लखनऊ। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार महाकुंभ को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। डिंपल ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही और कुप्रबंधन के कारण श्रद्धालुओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
डिंपल यादव ने कहा कि महाकुंभ एक आस्था का पर्व है और करोड़ों श्रद्धालु यहां देश-विदेश से आते हैं, लेकिन जिस तरह से तैयारियां होनी चाहिए थीं, वह 100% पूरी नहीं हो पाई हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार सिर्फ विज्ञापनों में महाकुंभ को भव्य दिखा रही है, लेकिन हकीकत में तमाम इंतजाम अभी अधूरे हैं।”
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार महाकुंभ को लेकर सिर्फ दिखावटी तैयारियां कर रही है और आम जनता की सुविधा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।
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डिंपल यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि धर्म और आस्था के मामलों में भाजपा हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा यह तय नहीं करेगी कि कौन कब और कहां डुबकी लगाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार धर्म को सिर्फ चुनावी मुद्दा बनाकर पेश करती है और असल में उसे जनता की भलाई से कोई लेना-देना नहीं है। डिंपल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब महाकुंभ जैसे महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियां सही से नहीं हो पा रही हैं, तो बाकी व्यवस्थाओं का क्या हाल होगा?
डिंपल यादव के इस बयान पर अखाड़ा परिषद ने नाराजगी जाहिर की है। परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि महाकुंभ एक धार्मिक आयोजन है और इसे लेकर राजनीति करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार और संत समाज मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इसे बेवजह राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है, जबकि भाजपा अपनी तैयारियों को लेकर आत्मविश्वास जता रही है। इस बीच, आम जनता को उम्मीद है कि सरकार महाकुंभ के दौरान बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।