मुज़फ्फरनगर। भोपा रोड स्थित सांवलिया क्लीनिक पर शिकायती जांच के तहत कार्रवाई करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को क्लीनिक पहले से ही बंद मिला। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या क्लीनिक का यूं अचानक बंद मिलना केवल संयोग था, या फिर विभाग और क्लिनिक संचालकों के बीच कोई मिलीभगत है? क्या स्वास्थ्य विभाग केवल दिखावटी कार्रवाई कर रहा है?
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दरअसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया को शिकायत प्राप्त हुई थी कि सांवलिया क्लीनिक, जो आयुर्वेद में पंजीकृत है, वहां पर अंग्रेजी दवाओं से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। साथ ही शिकायत में यह भी बताया गया कि क्लीनिक का पंजीकरण 31 मार्च को समाप्त हो चुका है, बावजूद इसके यह संचालित किया जा रहा है।
शिकायत की जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विपिन कुमार के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन क्लीनिक बंद मिला। टीम बैरंग लौट गई।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विपिन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएमओ कार्यालय में शिकायत की गई थी। की सांवरिया क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन आयुर्वेद में किया गया है और उनका रजिस्ट्रेशन भी बीती 31 मार्च को खत्म हो गया है। उसके बाद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील तेवतिया के आदेश पर एसीएमओ के नेतृत्व में एटीएम का गठन किया गया टीम मोके पर पहुंची तो वहां पर क्लीनिक बंद पाया गया।