चरथावल- थाना क्षेत्र के ग्राम कुल्हेड़ी में हाईटेंशन लाईन का करंट लगने से संविदा पर तैनात विद्युत कर्मचारी बुरी तरह झुलस गया। झुलसे कर्मचारी को ग्रामीणों की मदद से विद्युत लाईन से उतारकर सीएचसी भिजवाया गया, लेकिन हालत गम्भीर होने पर चिकित्सक ने झुलसे कर्मचारी को जिला अस्पताल रैफर कर दिया। संविदा कर्मचारी जिंदगी व मौत से जूझ रहा है।
विद्युत कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने भाकियू के नेतृत्व में कुल्हेड़ी बिजलीघर परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरना प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार राधेश्याम गौड़ ने सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया।
चरथावल थानाक्षेत्र के ग्राम कुल्हेड़ी बिजलीघर पर तैनात विद्युत संविदा कर्मचारी 40 वर्षीय नफीस पुत्र शब्बीर रविवार को ट्रांसफार्मर पर फाल्ट ठीक कर रहा था। बताया जाता है कि अचानक विद्युत कर्मचारी हाईटेंशन लाईन का करंट लगने से झुलस गया। सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। वही ग्रामीणो द्वारा आनन-फानन में कर्मचारी को नीचे उतारा गया ,झुलसे कर्मचारी को ग्रामीणों द्वारा सीएचसी भिजवाया गया।
घटना की सूचना मिलते ही चरथावल प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। हालत गम्भीर होने पर चिकित्सक ने झुलसे कर्मचारी को जिला अस्पताल रैफर कर दिया। संविदा कर्मचारी जिंदगी व मौत से जूझ रहा है। विद्युत कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने भाकियू नेता विकास शर्मा के नेतृत्व में कुल्हेड़ी बिजलीघर परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हादसे की सूचना पर भाकियू आंदोलनकारी के नेता शाकिर मुखिया, ग्राम महाबलीपुर के प्रधान व भाकियू नेता संजय त्यागी,भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष पवन त्यागी,भाकियू नगर अध्यक्ष सौरभ त्यागी, समाजसेवी आकिब इंजीनियर, समद राइन, मुजम्मिल, महकार, कांग्रेस नेता अहतशाम राणा, कांग्रेस नेता आकिब इंजीनियर, नौशाद प्रधान आदि मौके पर पहुंचे तथा धरने पर बैठ गए।
धरने की सूचना पर तहसीलदार सदर राधेश्याम गौड़ व चरथावल थाना प्रभारी जसवीर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे, जिसमें पांच सूत्रीय मांगों पर पर सहमति बनी जिसमे पहली मांग थी कि जो घायल बिजली कर्मचारी है। उसका पूरा इलाज बिजली विभाग द्वारा किया जाएगा। उसके परिवार के सदस्य को नौकरी व घायल को भी नौकरी और जिन कर्मचारियों ने लापरवाही की है उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो तथा गांव में जितने भी जर्जर विद्युत तार और खंबे हैं, उन्हें कल से ही बदला जाए ,साथ ही गांव में रात्रि में कोई भी बिजली विभाग छापेमारी नहीं करेगा और जितना भी स्टाफ बिजली घर पर लगाया है, वह सब बदलकर दूसरा स्टाफ भेजा जाए। इन सब मुद्दों पर सहमति हुई है जिसके बाद धरना स्थगित कर दिया गया।