'कभी खुशी कभी गम' के 24 साल पूरे, काजोल बोलीं-कहीं न कहीं सबका राहुल है पर अभी ट्रैफिक में फंसा होगा
मुंबई। 90 के दशक में कई पारिवारिक और मल्टीस्टारर फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन कुछ फिल्में ऐसी रहीं, जो लोगों के जेहन में एक बार बसीं तो फिर निकली ही नहीं। ऐसी ही एक फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' रही, जिसमें परिवार की गरिमा, अमीर-गरीब की सीमा पार करता प्यार और तीन पीढ़ियों का संगम दिखाया गया था।
उन्होंने निर्देशक और निर्माता सूरज बडजात्या को टक्कर देते हुए हिंदी सिनेमा को बड़ी और हिट पारिवारिक फिल्म दी थी। इससे पहले पारिवारिक और रोमांस से भरी फिल्मों के लिए सूरज बडजात्या को ही जाना जाता था। करण जौहर ने फिल्म की स्टारकास्ट को भी एक ही दिन में साइन किया था। निर्माता ने एक दिन में फिल्म के 6 बड़े स्टार्स को साइन किया।
करण जौहर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वे फिल्म में सभी बड़े स्टार्स को शामिल करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि एक दिन वे स्क्रिप्ट लेकर पहले शाहरुख खान के घर पहुंचे, जहां उन्होंने बिना स्क्रिप्ट पढ़े ही फिल्म के लिए 'हां' कर दी थी। जिसके बाद काजोल ने 'हां' किया, फिर वे अमिताभ बच्चन और जया के घर पहुंचे और कहानी सुनाई और फिर दोनों ने फिल्म के लिए 'हां' कहा। आखिर में मैं ऋतिक रोशन और करीना कपूर के घर पहुंचा था। फिल्म का टाइटल ट्रैक भी बहुत मुश्किलों से शूट हुआ था क्योंकि उस वक्त सिंगर लता मंगेशकर ने गाना बंद कर रखा था, लेकिन संगीतकार ललित पंडित के कहने पर उन्होंने फिल्म का पहला टाइटल ट्रैक रिकॉर्ड किया था।
