मेरठ। एसटीएफ और आर्मी इंटेलीजेंस ने भारतीय सेना का हवलदार बताकर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जीवाड़ा करने के आरोपी ग्राम बघोल थाना वजीरगंज बदायूं निवासी अरविंद राणा को गिरफ्तार किया है।
उसके गैंग के चार साथियों की तलाश में एसटीएफ दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक पकड़ में नहीं आ सके हैं। आरोपी के कब्जे से मिलिट्री हॉस्पिटल का फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट, आर्मी कैंटीन कार्ड समेत कुछ कागजात और नियुक्ति पत्र भी बरामद किए गए हैं। आरोपी अरविंद राणा के खिलाफ सदर बाजार थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को सूचना मिली कि मिलिट्री हॉस्पिटल मेरठ कैंट में अरविंद राणा फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आया है। इसकी तलाश में दबिश दी गई तो अरविंद को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। अरविंद ने बताया कि वह हाईस्कूल पास है और मर्चेंट नेवी में सफाईकर्मी के पद पर था।
एसटीएफ ने बताया कि आरोपी वर्ष 2018 में मर्चेंट नेवी में मुम्बई में नौकरी करता था। वहां जहाज पलट जाने के कारण डर की वजह से नौकरी छोड़कर घर आ गया था। मर्चेंट नेवी में नौकरी छोड़कर आने के बाद इसकी मुलाकात मर्चेंट नेवी में साथ काम करने वाले सौरम निवासी बिजनौर से हुई थी।