नोएडा। ग्रेटर नोएडा स्थित जिला मुख्यालय पर गौतमबुद्व नगर जनपद के लगभग 164 गांवों के किसानों ने मांगों को लेकर धरना शुरू किया। किसान संगठनों का कहना है कि यह धरना अब तक के किसानों के धरने से सबसे बड़ा धरना है। इस धरने की कमान जनपद गौतमबुद्व नगर के तीन किसान संगठनों ने संभाल रखा है। किसान संगठनों का कहना है कि वे कलेक्ट्रेट में पक्का मोर्चा लगाकर रात दिन का धरना शुरू किया। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी धरना जारी रहेगा।
किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर ग्रेटर नोएडा स्थित जिला मुख्यालय पर सोमवार से किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने का शुभारंभ भारतीय किसान परिषद के जिलाध्यक्ष सुखबीर खलीफा, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष डा. रुपेश वर्मा तथा जय जवान जय किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाटी उर्फ सुनील फौजी के नेतृत्व में किसानों जिला मुख्यालय पर धरना शुरू किया। इस धरने में किसानों के साथ महिलाएं एवं युवा वर्ग भी शामिल है।
धरना स्थल पर आयोजित पंचायत में किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि हाई पावर कमेटी का गठन नए कानून को लागू करने 10 फीसदी प्लाट आबादियों के निस्तारण एवं उन मुद्दों पर सिफारिशें देने के लिए 21 फरवरी 2024 को किया गया था। 31 अगस्त को कमेटी ने अपनी सिफारिश से दाखिल की सरकार सिफारिश पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें दबाकर बैठ गई।
धरना स्थल पर आयोजित पंचायत में किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि हाई पावर कमेटी का गठन नए कानून को लागू करने 10 फीसदी प्लाट आबादियों के निस्तारण एवं उन मुद्दों पर सिफारिशें देने के लिए 21 फरवरी 2024 को किया गया था। 31 अगस्त को कमेटी ने अपनी सिफारिश से दाखिल की सरकार सिफारिश पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें दबाकर बैठ गई।
किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा की किसान तब तक पक्का मोर्चा लगा कर रहेंगे, जब तक रिर्पोट सार्वजनिक नहीं होती। एनटीपीसी के किसानों के संबंध में डीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनी है। उसकी भी अभी तक रिपोर्ट नहीं दी गई है। उसकी रिपोर्ट प्राप्त करके ही आंदोलन खत्म होगा। सुनील फौजी ने कहा कि नए कानून को जानबूझकर जिले में लागू नहीं किया गया है। सर्किल रेट का रिवीजन नहीं किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट में नए कानून को लागू करने का एजेंडा पहले से शामिल है। इसलिए कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी अति आवश्यक है। बृजेश भाटी ने कहा कि हमारी समस्या समय 1989 से लंबित है कमेटी को रेफर की गई है इसलिए कमेटी की सिफारिश का इंतजार बेसब्री से है।
धरना स्थल पर महासचिव रविंदर भाटी, आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष सुशील प्रधान, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्र प्रधान, किसान यूनियन अजगर के हरवीर नागर और नरेश चपरगढ़, किसान शक्ति के जितेंद्र भाटी, बेरोजगार सभा के विजयपाल, यतेंद्र नागर, विकास नागर, एनटीपीसी के नेता अनूप राघव, सिस्टम सुधार संगठन के अंशुमन ठाकुर, अजब सिंह नेता, पप्पू ठेकेदार, संयोजक वीर सिंह नागर, उदल आर्य, भगत सिंह चेची, अशोक भाटी, शिशांत भाटी, यतेंद्र भाटी, यतेंद्र मैनेजर, मुकेश यादव, रंगलाल भाटी, मुकेश खेड़ी, सुशील सुनपुरा, नरेश नागर, सुरेंद्र भाटी, अभय भाटी, आशा यादव गंगेश्वर दत्त शर्मा कंवरपाल सिंह, मंगेश त्यागी, जोगेंद्री देवी, तिलक देवी, रईसा बेगम सहित अन्य मौजूद रहें।