मुज़फ्फरनगर। जिला पंचायत सभागार में मंगलवार को आयोजित किसान समाधान दिवस में किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों किसान बिजली संकट, गन्ना भुगतान में देरी, जर्जर सड़कों, खाद आपूर्ति, अधूरी चकबंदी और जलभराव जैसी समस्याओं को लेकर पहुंचे। नवनियुक्त अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) संजय कुमार सिंह की मौजूदगी में किसानों ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं और अधिकारियों को चेतावनी भी दी।
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भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष चौधरी नवीन राठी ने बिजली आपूर्ति में भारी अव्यवस्था, झूठी रिपोर्ट लगाने वाले अधिकारियों और दशकों से अधूरी पड़ी चकबंदी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। उन्होंने बताया कि पुरबालियान गांव में पिछले 36-37 वर्षों से चकबंदी अधूरी है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। राठी ने चेताया कि यदि 1 जून तक समाधान नहीं हुआ तो गांववाले चूल्हे लेकर जिलाधिकारी आवास के सामने धरना देंगे।
उन्होंने भूरा हेड़ी गांव के धार्मिक स्थल ‘भूमिया खेड़ा’ की बदहाली का भी जिक्र किया, जहां गंदगी के बावजूद अधिकारियों ने फर्जी सफाई रिपोर्ट लगा दी। उन्होंने झूठी रिपोर्ट लगाने वाले अधिकारियों के निलंबन की मांग करते हुए कहा कि यह किसानों के साथ विश्वासघात है।
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भाकियू महानगर अध्यक्ष गुलबहार राव ने अपने गांव की 20-25 साल पुरानी जर्जर सड़क और जल निकासी की समस्या उठाई। उन्होंने बताया कि दोनों ओर नालियों का निर्माण नहीं होने के कारण सड़क टूटने लगी है। प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए उन्होंने कहा कि अगर समाधान नहीं हुआ तो 10-15 दिन बाद रुड़की चुंगी पर जाम लगाकर आंदोलन किया जाएगा।
समाधान दिवस में शेरपुर गांव की मुख्य सड़क पर जलभराव, और सहकारी समितियों में खाद आपूर्ति की गड़बड़ियों की भी शिकायतें दर्ज हुईं। किसानों ने बताया कि खाद के लिए लाइनें लगानी पड़ती हैं लेकिन पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति नहीं हो रही है।
ADM संजय कुमार सिंह ने सभी लिखित शिकायतों के जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया और संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।