शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में सरकार द्वारा किए गए वादा खिलाफी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों किसान क्लक्ट्रेट में इकठ्ठा हुए,जहा किसानो ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर जमकर हंगामा प्रदर्शन करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का कहना है कि 2020 में कृषि कानूनों को लेकर किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किए जाने के बाद सरकार द्वारा किसानों से जो वादे किए गए थे वह आजतक पुए नहीं किए गए, जिसके चलते किसानों ने आक्रोश है। जहा सरकार को उनके वायदे याद दिलाने के लिए यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
आपको बता दें कि मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर भारतीय किसान यूनियन के नेतृव में शामली जिले के सेकडो किसान क्लक्ट्रेट पहुंचे। जहा उन्होंने सरकार द्वारा किए गए वायदों को याद दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किया।जहा उन्होंने देश की महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी कार्यालय में एक ग्यारह सूत्रीयम मांगो का ज्ञापन सौंपा।
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ज्ञापन अवगत कराया है कि सन 2020 में कृषि कानूनों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में किसानों के द्वारा आंदोलन किए जाने के बाद सरकार द्वारा जो वायदे किसानो से किए गए थे वह पूरे नहीं किए गए हैं। किसानो का कहना है कि सभी फसलों के लिए कानूनी रूप से गारंटी करत खरीद के साथ एम.एस.पी सुनिश्चित की जाए। उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में खर्च के अनुपात में 500 रुपए कुंतल गन्ने का मूल्य घोषित किया जाए और भुगतान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा जाए। ऋण ग्रस्त और किसान आत्महत्या को समाप्त करने के लिए व्यापक ऋण माफी किया जाए। अंधाधुंध भूमि अधिग्रहण को रोका जाए सहित किसान हित से जुड़ीं कई मांगों को किसानों द्वारा उठाया गया है।
किसानो का कहना है, कि सरकार ने किसानों से जो वायदे किए थे वह उसे भूल चुकी है ओर किसान बार बार विरोध प्रदर्शन कर सरकार को उनके वायदे याद दिलाने का प्रयास करते हैं लेकिन सरकार किसानो के प्रति लगातार हठ धर्मिता का रवैया अपनाए हुए है।जिसके चलते अब किसानों के सब्र का बांध टूट चुका है ओर वह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। धरना प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों किसान मौजूद रहे।