गाजियाबाद। विदेश मंत्रालय के कर्मचारी द्वारा देश की आर्थिक नीतियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान भेजने का मामला सामने आया है।खुफिया एजेंसी से इस आशय का इनपुट मिलने के बाद पुलिस और विदेश मंत्रालय में हड़कंप मच गया। 3 दिन की गोपनीय जांच के बाद गाजियाबाद पुलिस ने भीम नगर निवासी आरोपी नवीन पाल के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।
खुफिया एजेंसी ने गाजियाबाद पुलिस को सूचना दी की कमिश्नरेट में रहने वाला एक युवक जो विदेश मंत्रालय के आला अधिकारी का मातहत है।उसके द्वारा विदेश मंत्रालय के तमाम अहम और गोपनीय दस्तावेज इधर-उधर किए जाते हैं।इन दस्तावेजों को वह किसी एजेंट के साथ शेयर कर मोटी रकम वसूल रहा था ।सूत्रों की मानें तो संदिग्ध आरोपी ने कई ऐसे गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तानी युवक के साथ लिक कर दिए जिसे विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने प्रिंट आउट निकाल कर देने के लिए कहा था।
सूचना मिलते ही हरकत में आई कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी पर शिकंजा कर दिया। आरोपी से पूछताछ जारी है।अब तक की पूछताछ के बाद पुलिस को तमाम ऐसे सबूत हाथ लगे हैं जो उसके पाकिस्तानी कनेक्शन को पुख्ता करते हैं।
बताया जा रहा है कि विदेश मंत्रालय का कर्मचारी जिस व्यक्ति को देश की आर्थिक नीतियों से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को साझा कर रहा था, वह जांच में पाकिस्तान का निकला है ।हालांकि पाकिस्तानी एजेंट ने युवक को बताया था वह कोलकाता में रहता है। पता चला है कि वह पाकिस्तानी एजेंट के व्हाट्सएप नंबर पर मंत्रालय के महत्वपूर्ण दस्तावेज भेजता था। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय का आरोपी कर्मचारी पाकिस्तानी एजेंट को देश की गोपनीय सूचनाएं शेयर करने के बदले में मोटी रकम वसूलता था।पाकिस्तानी एजेंट द्वारा पेटीएम के माध्यम से आरोपी कर्मचारी को पैसे ट्रांसफर करने की भी पुष्टि हुई है। सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध युवक के अन्य परिजन भी देश के विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों में काम करते हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।