मेरठ। जल निगम के अवर अभियंता की सात वर्ष की बेटी का घर के बाहर से अपहरण उसके पूर्व कार ड्राइवर ने किया था। इस साजिश में पूर्व कार ड्राइवर का साला और जल निगम का चालक शामिल था। सोमवार की देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। गोली लगने से दो आरोपित घायल हो गए।
बिहार के जिला कटिहार के सहपुर गांव निवासी महबूब-उल-हक मेरठ में जल निगम में अवर अभियंता है।
वह नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर सेक्टर नौ में सिराजुद्दीन के मकान में किराए पर रहते हैं। महबूत की सात वर्षीय बेटी मायशा बच्चा पार्क स्थित सेंट थॉमस स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती है। प्रतिदिन ऑटो से स्कूल जाती है। सोमवार दोपहर को ऑटो चालक यादराम ने बच्ची को घर के गेट पर छोड़ा तो दो कार सवार लोगों ने बच्ची का अपहरण का लिया। यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। इसके बाद अपहरणकर्ता ने जेई महबूब के मोबाइल पर कॉल करके बेटी के अपहरण की बात कही और रकम व स्थान बाद में बताने के लिए कहा। महबूब ने जिलाधिकारी दीपक मीणा को पूरे मामले की जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा को पूरा मामला बताया। इसके बाद एसपी अपराध और एसपी सिटी राघवेंद्र मिश्र सक्रिय हो गए। दो घंटे बाद अपहरणकर्ता बच्ची को घर के बाहर ही छोड़कर चले गए। पुलिस की चार टीमों को अपहरणकर्ताओं की धरपकड़ के लिए लगाया गया। देर रात पुलिस की नौचंदी ग्राउंड में अपहरणकर्ताओं से मुठभेड़ हो गई। इसमें जेई का पूर्व कार ड्राइवर आकाश, उसका साला अजय और जल निगम का चालक राजू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आकाश और राजू पैर में गोली लगने से घायल हो गए।
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा के अनुसार, तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आकाश और राजू ने मिलकर जेई महबूब से करोड़ों रुपये वसूलने की योजना बनाई थी। पुलिस के डर से ही आरोपितों ने बच्ची को घर के बाहर छोड़ा था।